भारत जोड़ो यात्रा का आगमन उज्जैन में 29 नवंबर को सुबह 10 बजे होगा। इसी दिन राहुल गांधी की एक बड़ी जनसभा शहर में होगी। जनसभा के लिए करीब 16 हजार स्क्वयर फीट क्षेत्र में तीन मंच बनाए जा रहे है। जनसभा की तैयारी देखने के लिए शुक्रवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा ने स्थानीय नेताओं के साथ सभा स्थल का निरीक्षण किया। बाद में कांग्रेस नेताओं व जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक भी की है।
भगवान महाकाल की नगरी में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 29 नवंबर को सुबह 10 बजे पहुंचेगी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी भगवान महाकाल के दर्शन करने के साथ ही शाम 4 बजे शहर के मध्य सामाजिक न्याय परिसर में जनसभा को संबोधित करेंगे। जनसभा के लिए मंच बनाया जा रहा है। शुक्रवार को जिले के पूर्व प्रभारी मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा सभा स्थल पर पहुंचे और तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान विधायक रामलाल मालवीय, कांग्रेस शहर अध्यक्ष रवि भदौरिया, जिला अध्यक्ष कमल पटेल, पूर्व पार्षद राजेंद्र वशिष्ठ, पार्षद रवि राय सहित जिले के अन्य कांग्रेसी नेता मौजूद रहे। सभा स्थल देखने के बाद कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा ने सर्किट हाउस में कांग्रेस नेताओं के साथ ही कलेक्टर आशीष सिंह व एसएसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला से यात्रा को लेकर चर्चा की। पूर्व मंत्री वर्मा ने कहा कि भगवान महाकाल की नगरी में 29 नवंबर को भारत जोड़ो पदयात्रा पहुंचेगी। यहां पर राहुल गांधी विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे।
3 लाख 36 हजार स्क्वायर फीट में लगेगा पंडाल
राहुल गांधी की जनसभा के लिए मंच संचालन समिति की व्यवस्था देख रहे क्षेत्रीय पार्षद रवि राय ने बताया कि करीब 3 लाख 36 हजार स्क्वायर फीट में पंडाल बनाया जा रहा है। इसके अलावा 14 लाख स्क्वायर फीट में 4 स्थानों पर नगर निगम, नरेश जीनिंग फैक्ट्री व हीरा मील क्षेत्र में वाहन पार्किंग की व्यवस्था की जा रही है। सभा स्थल पर करीब 50 हजार कुर्सियां लगेंगी। इसके अलावा 2 लाख 62 हजार स्क्वायर फीट क्षेत्र में भी पंडाल रहेगा। 20 से 30 हजार लोग खड़े होकर राहुल गांधी को सुन सकेंगे। सभा के लिए 16 हजार स्क्वायर फीट क्षेत्र में तीन मंच ए,बी, सी बनाया जा रहा है। पार्षद रवि राय के अनुसार मंच ए पर भारत यात्रा के पदयात्री रहेंगे। मंच बी पर राहुल गांधी और कांग्रेस के दिल्ली व भोपाल के वरिष्ठ नेता रहेंगे। वहीं मंच सी पर कांग्रेस के स्थानीय नेताओं के लिए बैठक व्यवस्था रहेगी।