उज्जैन।श्री महाकालेश्वर मंदिर विस्तारीकरण योजना के पहले चरण का लोकार्पण होने के बाद अब दूसरे चरण के कामों में तेजी आ गई है। दूसरे चरण के निर्माण में मकानों पर मिले स्टे के कारण रूकावट हो गई थी। स्टे हटने के बाद बुधवार को प्रशासनिक व नगर निगम अमले ने पांच मकानों को तोडऩे की कार्रवाई की है। अब नौ मकानों में तीन मकान तोडऩे से शेष है। इन मकानों से हाई कोर्ट का स्टे हटने के बाद तोडऩे की कार्रवाई जाएगी।
श्री महाकालेश्वर मंदिर विस्तारीकरण के दूसरे चरण में मंदिर में जाने वाले चार नंबर गेट के सामने से बड़ा गणेश मंदिर मार्ग को भी चौड़ा किया जाना है। प्रशासन ने तोडऩे की कार्रवाई शुरू करने के पहले पिछले सप्ताह बुधवार को सभी मकानों को खाली करने की सूचना दी थी। इसके बाद बड़ा गणेश मंदिर के आसपास के कुल 9 मकान और इनमें लगी दुकानों पर कार्रवाई के लिए एसडीएम कल्याणी पांडे के नेतृत्व में प्रशासन और निगम की टीम पहुंची थी। मकान तोडऩे की कार्रवाई शुरू होने के पहले ही मकान मालिकों ने कोर्ट का स्टे ऑर्डर दिखाया था। स्टे आर्डर में आठ मकानों के नाम थे, लेकिन एक मकान का नाम स्टे आर्डर में शामिल नहीं था। प्रशासन ने एक मकान को तोड़ा था। बाकी बचे 5 मकानों का स्टे खत्म होने के बाद बुधवार को सुबह से प्रशासन और नगर निगम की टीम ने तोडऩे की कार्यवाही शुरू की। हालांकि कार्यवाही शुरू होने के पहले ही रात में मकानों से सामान खाली करा लिया गया था। अधिकारियों ने बताया कि बड़ा गणपति मंदिर तक करीब 3 मकान तोडऩा शेष है। शेष तीन मकानों पर अभी हायकोर्ट का स्टे है। इस कारण कार्रवाई नहीं की जा रही। अगले दो-तीन दिनों में स्टे की समय सीमा भी खत्म हो जायेगी तो उन्हें तोड़ा जाएगा। बताया गया कि जिस जमीन पर यह मकान स्थित है। वह शासन के धर्मस्व विभाग की है। मकान करीब 50 वर्ष से भी अधिक पुराने हैं। बुधवार सुबह मकानों को तोडऩे की कार्रवाई के कारण श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए इस मार्ग पर आवागमन रोक दिया था।