Dewas News : प्रदेश की सबसे बड़ी फ्लाईओवर को दिया ‘जबरन ब्रिज’ का नाम, इस वजह से कांग्रेस नेता ने किया ऐसा नामकरण


देवास। करीब 90 करोड़ की लागत से रामनगर चौराहे से बावडिय़ा चौराहे तक ब्रिज का निर्माण चल रहा है।

यह एमपी का सबसे लंबा फ्लाई ओवर है। ब्रिज का निर्माण पूर्ण होने को है। लगभग 2 किलोमीटर लंबाई वाले इस ब्रिज का निर्माण पहले देवास शहर के भोपाल चौराहे से रामनगर तक होना था, लेकिन इसकी जगह बदलकर शहर के बाहरी इलाके रामनगर से बावडिया तक कर दी गई। जगह परिवर्तन का विरोध करते हुए आज कांग्रेसियो द्वारा इसका नामकरण जबरन ब्रिज दिया गया।

आंदोलन कर किया नामकरण

रविवार को कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महामंत्री प्रदीप चौधरी के नेतृत्व में सैंकड़ों लोगों ने उक्त ब्रिज को लेकर जमकर नारेबाजी कर नवनिर्मित ब्रिज को जबरन ब्रिज का नाम दिया। मध्य प्रदेश के कांग्रेस की सरकार इस ब्रिज का प्रस्ताव पास हुआ था, वर्तमान में भाजपा की सरकार में ब्रिज के डिजाइन को परिवर्तित किया गया था, दातार ब्रिज का विरोध बना हुआ है वर्तमान में भाजपा सरकार द्वारा परिवर्तित स्थान पर नवनिर्मित ब्रिज का विरोध करते हुए कांग्रेसी विकास नगर से रैली के रुप में राम नगर चौराहे तक पहुंचे और ब्रिज पर जबरन ब्रिज के पोस्टर लगाकर नारियल फोड़कर हार फूल भी चढ़ा दिए। इस दौरान भारी पुलिस बल भी मौजूद था।

भोपाल चौराहे से रामनगर तक बनना था ब्रिज

पूर्व प्रदेश महामंत्री चौधरी ने बताया कि रामनगर चौराहे से बावडिय़ा चौराहे तक निर्मित ब्रिज जो कि असल में भोपाल चौराहे से रामनगर तक बनना था। जिसे अपने निजी स्वार्थ एवं हटधर्मिता के चलते भाजपा के लोगों ने राम नगर से बावडिय़ा चौराहे तक जबरन बनाया गया है। इसलिए इसका नामकरण जबरन ब्रिज के नाम से किया गया। श्री चौधरी ने बताया कि विकास के नाम पर अभी तक देवास का विनाश ही हुआ है। भोपाल चौराहे से आवास नगर तक बनने वाले ब्रिज का स्थानांरतण भी निजी फायदे के लिए किया गया है। इन दोनों ब्रिज के बनने से ट्राफिक की स्थिति और खराब हो जाएगी।

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