ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने पीएम नरेंद्र मोदी को आश्वासन दिया है कि ऑस्ट्रेलिया धार्मिक स्थलों पर हमलों को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि ऐसी गतिविधियों के लिए जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति को कानून का सामना करना पड़ेगा। बता दें कि एक दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हाल के हमलों को लेकर अल्बनीज को अपनी चिंताओं से अवगत कराया था।
अल्बनीज ने मोदी को आश्वासन देते हुए कहा कि ऑस्ट्रेलिया एक ऐसा देश है जो लोगों की आस्था का सम्मान करता है और यह धार्मिक इमारतों पर किसी भी तरह के हमले (Temple Attack) को बर्दाश्त नहीं करेगा, चाहे वे हिंदू मंदिर हों, मस्जिद हों, सिनेगॉग हों या चर्च हों।
अल्बनीज बोले- ऑस्ट्रेलिया लोगों की आस्था का सम्मान करता है
अपनी भारत यात्रा समाप्त करने से पहले अल्बनीज ने ऑस्ट्रेलियाई पत्रकारों के एक समूह से कहा कि देश की सुरक्षा एजेंसियां यह सुनिश्चित करेंगी कि धार्मिक इमारतों पर हमले जैसी गतिविधियों के लिए जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति को कानून की पूरी ताकत का सामना करना पड़ेगा।
अल्बनीज से पूछा गया कि ऑस्ट्रेलिया में हिंदू मंदिरों की रक्षा के लिए उन्होंने मोदी को क्या आश्वासन दिया तो अल्बनीज ने कहा कि मैंने उन्हें (पीएम मोदी को) आश्वासन दिया कि ऑस्ट्रेलिया एक ऐसा देश है जो लोगों की आस्था का सम्मान करता है। हम धार्मिक इमारतों पर इस तरह के चरम कार्यों और हमलों को बर्दाश्त नहीं करते हैं, चाहे वे हिंदू मंदिर हों, मस्जिद हों या फिर चर्च।
पीएम मोदी ने शुक्रवार को उठाया था मुद्दा
प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को पहले भारत-ऑस्ट्रेलिया शिखर सम्मेलन में अल्बनीज के साथ बातचीत के दौरान मंदिरों पर हाल के हमलों का मुद्दा उठाया। मोदी ने पिछले कुछ हफ्तों में ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हमलों की खबरों को अफसोस की बात बताया था। मोदी ने कहा, “भारतीय समुदाय ऑस्ट्रेलिया के समाज और अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। यह खेद का विषय है कि ऑस्ट्रेलिया में पिछले कुछ हफ्तों में नियमित रूप से मंदिरों पर हमले की खबरें आ रही हैं।”
पीएम मोदी ने कहा था कि यह स्वाभाविक है कि इस तरह की खबरें भारत में लोगों को चिंतित करती हैं और हमारे दिमाग को परेशान करती हैं। मैंने इन भावनाओं और चिंताओं को प्रधान मंत्री अल्बनीज के साथ साझा किया है। और उन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि भारतीय समुदाय की सुरक्षा उनके लिए एक विशेष प्राथमिकता है। हमारी टीमें इस विषय पर नियमित रूप से संपर्क में रहेंगी और यथासंभव सहयोग करेंगी।