ओडिशा की बोलांगीर पुलिस ने अपने ‘मिशन कफ सिरप’ अभियान के तहत सबसे बड़े ‘कफ सिरप रैकेट’ का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने रैकेट के 35 संदिग्ध सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार संदिग्धों के पास से 35 लाख रुपये मूल्य की ‘एस्कुफ’ खांसी की दवाई की बोतलें जब्त की गई है।
पुलिस के अनुसार, सना नेगी और प्रशांत खेती की पहचान रैकेट के दो प्रमुख खिलाड़ियों के रूप में हुई थी। बोलांगीर पुलिस ने कहा कि ‘मिशन कफ सिरप’ के तहत उन्होंने रविवार को एक अंतरराज्यीय संगठित रैकेट का भंडाफोड़ किया। बोलनगीर पुलिस की ओर से अब तक का सबसे बड़े रैकेट का भंडाफोड़ बताया जा रहा है।
संदिग्धों के पास से पिस्टल समेत ये सामान बरामद
बलांगीर के एसपी नितिन कुशालकर ने कहा कि स्थानीय और तकनीकी खुफिया जानकारी और जांच के दौरान जुटाए गए सबूतों के आधार पर एस्कुफ सिरप की अवैध खरीद, परिवहन और बिक्री में शामिल रैकेट का भंडाफोड़ किया गया है। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के दौरान, पुलिस ने एक देसी पिस्तौल, एक वाहन, दो पिक-अप वैन, एक वाहन, दो मोटरसाइकिल, 7,500 रुपये नकद, 17 मोबाइल फोन, सोने के गहने और अन्य सामान भी जब्त किया।
एसपी ने बताया कि आपूर्तिकर्ता कंपनी, मैसर्स डैफोडिल ड्रग्स प्राइवेट लिमिटेड, कोलकाता, की 2 करोड़ रुपये की राशि को भी फ्रीज कर दिया गया था। नितिन कुशालकर ने बताया कि खांसी की दवाई माफिया का काम करने का तरीका रात के समय, विशेष रूप से सुबह 3 बजे, सुबह 4 बजे और सुबह 5 बजे उन्हें इकट्ठा करना और वितरित करना है। उन्होंने बताया कि अंधेरे में काम करने की वजह से रैकेट का भंडाफोड़ करने के लिए पुलिस को दिन रात मशक्कत करनी पड़ी। उन्होंने बताया कि प्रशांत खेती को गिरफ्तार कर लिया गया है और सना नेगी को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।