हमारी गेर अगले साल यूनेस्को की सांस्कृतिक विरासत में होगी शामिल, आवश्यक डॉक्यूमेंटेशन नगर निगम और कलेक्टोरेट मिलकर करेंगे

हमारे इंदौर के लिए अच्छी खबर। रंगपंचमी पर इंदौर की 74 साल पुरानी गेर को यूनेस्को की सांस्कृतिक विरासत में शामिल करने के प्रयास तेज हो गए हैं। अगले साल हमारी गेर इसमें शामिल हो सकती है। इसे लेकर दिल्ली में सांसद शंकर लालवानी ने संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्ष डॉ. संध्या पुरेचा से मुलाकात की और इंदौर की गेर के विषय में विस्तार से बताया।

डॉ. पुरेचा आयोजन को लेकर काफी उत्सुक नजर आईं। उन्होंने आवश्यक डॉक्यूमेंटेशन पूरा करने के लिए कहा है। साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिए कि आवश्यक डॉक्यूमेंटेशन पूरा होते ही विभाग से भी आवश्यक कार्रवाई तुरंत की जाए, ताकि इंदौर की गेर को यूनेस्को की सूची में शामिल करवाया जा सके।’

सांसद ने की दिल्ली में मुलाकात

सांसद ने बताया कि साल 2024 की सूची में इसे भेजा जाएगा। आवश्यक डॉक्यूमेंटेशन नगर निगम और कलेक्टोरेट मिलकर करेंगे। यूनेस्को ने हाल ही में भारत की दुर्गा पूजा को सांस्कृतिक विरासत की मान्यता दी है। इससे पहले रामलीला, वेदपाठ, नवरोज, सिंहस्थ आदि को भी यह सम्मान मिल चुका है।

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