Parliament Budget Session: संसद के बजट सत्र का आज पांचवां दिन हैं। दूसरे चरण के पहले चार दिन राहुल गांधी के लंदन में दिए गए भाषण और अडाणी मामले के कारण स्थगित करने पड़े। राहुल गांधी ने गुरुवार को लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से मुलाकात की और सदन में अपनी बात रखने के लिए वक्त मांगा था। आज अगर सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलती है तो राहुल गांधी इस मुद्दे पर अपनी बात रख सकते हैं।
हंगामे की भेंट चढ़े चार दिन
बता दें कि 13 मार्च को शुरू हुए बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले चार दिन हंगामे की भेंट चढ़ चुके हैं। गुरुवार को पहले कार्यवाही 2 बजे तक के लिए और उसके बाद शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिए गए।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा था कि अगर राहुल गांधी कुछ कहते हैं और उनकी वजह से कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ती हैं तो इस मामले में हम कुछ नहीं कर सकते। लेकिन अगर वे देश का अपमान करेंगे तो एक भारतीय के तौर पर हम चुप नहीं रह सकते। उन्होंने कहा कि राहुल को इस मामले में माफी मांगनी चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रिजिजू को जवाब देते हुए कहा कि इससे पहले कई मौकों पर पीएम विदेश जाकर भी बोले हैं। ऐसे में सवाल हीं नहीं उठता कि राहुल अपने बयान को लेकर माफी मांगें।
राहुल ने सरकार पर साधा निशाना
इससे पहले विदेश दौरे से लौटे कांग्रेस सांसद राहुल गांधी संसद पहुंचे। सदन की कार्यवाही शुक्रवार सुबह तक के लिए स्थगित होने के बाद उन्होंने लंदन में दिए भाषण के मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि आज सुबह संसद गया। मैंने स्पीकर से कहा कि मैं अपनी बात रखना चाहता हूं।
सरकार के चार मंत्रियों ने मुझ पर विदेश में लोकतंत्र को बदनाम करने का आरोप लगाया है। इसलिए मेरा हक है कि मैं संसद में अपनी बात रखूं। लेकिन महज एक मिनट में सदन को स्थगित कर दिया गया। मैं आशावान हूं कि कल शुक्रवार को बोलने दिया जाएगा। क्योंकि मैं अपनी बात रखना चाहता हूं।
मुद्दों से भटकाने के लिए ये तमाशा
सरकार के मंत्रियों द्वारा माफी मांगने की मांग पर राहुल गांधी ने कहा कि ये पूरा मामला मुद्दों से भटकाने का है। सरकार और पीएम अडानी मामले से डरे हुए हैं। इसलिए उन्होंने यह ‘तमाशा’ तैयार किया है। मुझे लगता है कि मुझे संसद में बोलने नहीं दिया जाएगा। मुख्य सवाल यही है कि मोदीजी और अडानीजी के बीच क्या संबंध है?