ग्वालियर के जाने-माने बिल्डर और सराफा कारोबारी पारस जैन के ठिकानों पर सोमवार को इनकम टैक्स विभाग ने छापे मारे की। अब तक की जांच में टीम को 6 करोड़ रुपए नकद मिले है, जबकि एक बोरी भरकर दस्तावेज जब्त किए गए है। आईटी की टीम को आधा दर्जन बैंक लॉकर की भी जानकारी मिली है, जिन्हें मंगलवार को खोला जाएगा।
यह भी बताया गया है कि बिल्डर के घर से मिले दस्तावेजों में एक मंत्री के नाम के दस्तावेज भी हैं। जिन्हें आईटी की टीम ने निगरानी में ले लिया है। पारस जैन का परिवार भाजपा और आरएसएस से जुड़ा है। टीम ने ग्वालियर के सबसे महंगे कैटरर्स बंटी कैटरर्स के ठिकानों पर भी दबिश दी।
सुबह 4 बजे खटखटाया घर का दरवाजा
इनकम टैक्स के 30 से ज्यादा अधिकारी-कर्मचारी 15 कार में सवार होकर इंदौर से ग्वालियर पहुंचे। टीम ने रविवार-सोमवार की दरमियानी रात 3 बजे पारस जैन के मुरार सदर बाजार स्थित दुकान, पुश्तैनी मकान, चेतकपुरी और गोला का मंदिर में उनके घर सहित आधा दर्जन प्रोजेक्ट साइट्स की घेराबंदी की। इसके बाद तड़के 4 बजे अफसरों ने पारस जैन के घर की डोर बेल बजाई और बताया आपके ठिकानों पर इनकम टैक्स की रेड पड़ी है। सभी लोग अपने मोबाइल जमा कर दें। टीम ने मुरार स्थित पारस ज्वैलर्स शोरूम से भी दस्तावेज जब्त किए हैं।
पारस जैन का नाम बड़े कारोबारियों में शुमार है। वह मध्यप्रदेश चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज में भी पदाधिकारी रह चुके हैं। सराफा का कारोबार उनका पुश्तैनी काम है। पारस ने पिछले कुछ साल में बिल्डर के रूप में भी अपनी पहचान बनाई है। उनके 10 से 12 जगह टाउनशिप, मल्टी और अन्य प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इनकम टैक्स की टीम मुरार स्थित पारस ज्वैलर्स शोरूम पर पहुंची। छानबीन में दस्तावेज मिले हैं। पारस जैन शहर के जाने-माने कारोबारी और बिल्डर हैं।
भाजपा से जुड़ा है पारस जैन का परिवार
पारस जैन का परिवार भाजपा से जुड़ा है। पारस के बड़े भाई विष्णु जैन आरएसएस के कार्यकर्ता हैं। विहिप के आयोजनों में व्यवस्थापकों में शामिल रहते हैं। पूरे परिवार को भाजपा के नजदीक माना जाता है। शहर के बहुचर्चित भाजपा नेता विष्णु मंगल हत्याकांड में भी पारस जैन का नाम उछला था।
यहां चल रहे हैं प्रोजेक्ट
इस समय पारस जैन के ग्वालियर बायपास पर तुरारी में टाउनशिप, पुरानी छावनी में तीन प्रोजेक्ट, चेतकपुरी में एक प्रोजेक्ट सहित एक दर्जन स्थानों पर प्रोजेक्ट चल रहे हैं। बेरजा के आगे डरमन पाली में क्रशर खदान होने की भी जानकारी मिली है।
कैटरिंग से कमाया पैसा रियल एस्टेट में लगाया
टीम ने बंटी कैटरर्स के ठिकानों पर भी दबिश दी। पिछले कुछ समय में बंटी कैटरर्स ने नाम कमाया है और ग्वालियर के सबसे महंगे कैटरर्स हो गए हैं। बंटी कैटरर्स ने भी हाल ही में काफी पैसा रियल एस्टेट के प्रोजेक्ट में लगाया है। यही कारण है कि वह इनकम टैक्स के रडार पर आ गए हैं।
बंटी कैटरर्स के मालिक का पूरा नाम बंटी सप्रा है। शहर के पॉश एमपी नगर में इनका घर है। एजी ऑफिस पुल के पास बंटी कैटरर्स का ऑफिस है। ये बिल्डर व सराफा कारोबारी के कुछ रियल इस्टेट प्रोजेक्ट में पार्टनर हैं।
ग्वालियर का सराफा बाजार बंद
पारस जैन के ठिकानों पर इनकम टैक्स की रेड के बाद शहर के सराफा बाजार में हड़कंप मच गया। सुबह 9 बजे तक पूरा सदर बाजार का सराफा खुल जाता था, लेकिन सोमवार को दोपहर तक सभी सराफा दुकानें बंद रहीं।