मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र में विपक्ष आक्रामक है। कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी का निलंबन के बाद से ही कांग्रेस सरकार को घेरने में लगी है। महू में आदिवासी युवती की मौत और पुलिस गोलीबारी में मारे गए युवक के परिवार पर केस दर्ज करने के मामले में सरकार पर विपक्ष हमलावर है। तीन दिनों से प्रदेश में हो रही अतिवृष्टि और बारिश के कारण बर्बाद हुई फसलों का जल्द मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर भी विपक्ष ने सोमवार को हंगामा किया था। आज भी इसी मुद्दे पर विपक्ष सरकार को आज भी घेरेगा।
पेपर लीक कांड पर मंत्री बयान से पलटे
प्रदेश में चल रहीं दसवीं और बारहवीं बोर्ड की परीक्षाओं के पेपर लीक होने को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। वहीं स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार इस मामले में घिरते नजर आ रहे हैं। मीडिया के सवालों पर शुक्रवार को स्कूल शिक्षा मंत्री ने माना था कि थाने से परीक्षा केन्द्र तक प्रश्नपत्र पहुंचाने के बीच में गड़बड़ी होने की बात स्वीकारी थी। हालांकि मंत्री सोमवार को अपने बयान से पलट गए।
सोमवार को मंत्री का बयान
स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने सोमवार को विधानसभा परिसर में मीडिया से चर्चा में कहा- कांग्रेस के लोग और एक गिरोह समाज में भ्रम पैदा करना चाहते हैं। 8:30 बजे के पहले परीक्षा हॉल में जब बच्चे बैठ जाते हैं। उसके बाद जो प्रश्नपत्र बाहर आए। एक दिन पहले रात में जो प्रश्न पत्र वायरल हुए वह सभी फर्जी पाए गए। इसका मतलब 8:30 बजे के पहले किसी भी दिन एक भी प्रश्न पत्र बाहर नहीं गया है। एक गिरोह है जो योजनाबद्ध तरीके से सरकार के सिस्टम को बदनाम करना चाहते हैं। बच्चों को लूटना चाहता है हमने उन सब के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
हमारे 19 शिक्षकों की भी गिरफ्तारी हुई है। यदि पेपर बाहर निकलता, बच्चे जब स्कूल में पहुंच गए क्लास में बैठ गए उसके बाद बाहर गया है हमने सारी जांच करा ली है। सारे एक्सपर्ट से जांच करा ली गई है। हम परीक्षाएं यथावत रखेंगे किसी प्रकार की दोबारा परीक्षा नहीं होगी। बच्चों को विश्वास दिलाता हूं कि परीक्षा में इस प्रकार का कुछ नहीं हुआ है। केवल भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है कांग्रेस उस भ्रम में शामिल होकर सरकार को अनावश्यक रूप से आरोप लगाने की कोशिश कर रही है।
बच्चे इमानदारी से जो परीक्षा दे रहे हैं, उनके भी साथ खिलवाड़ करने कोशिश कांग्रेस कर रही है। 8:30 बजे के बाद में भी स्ट्रांग रूम से किसी ना किसी व्यक्ति ने वायरल करने का काम किया है, उसमें हमारे शिक्षक दोषी पाए गए हमने शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की है। हमने यह व्यवस्था की है सभी कलेक्टर के अंडर में लेकर वहां नायब तहसीलदार, तहसीलदार, पुलिस थाने से जाएंगे जब तक प्रवेश पत्र कक्षा में नहीं पहुंच जाता। तब तक की व्यवस्था वहां कर ली है।