भोपाल नगर निगम की बजट मीटिंग आज, मंगलवार सुबह 11 बजे से होगी। इसमें विंड प्रोजेक्ट पर हंगामा होने के आसार है। पिछली दो मीटिंग में यही मुद्दा काफी गरमाया था। मीटिंग में जहां करीब 3200 करोड़ रुपए का बजट पेश किया जाएगा। वहीं, ऐशबाग स्टेडियम और दो प्रमुख सड़कों के नाम बदलने के प्रस्ताव भी आएंगे। बहुमत के आधार पर इन प्रस्ताव को मंजूरी मिल सकती है। हालांकि, निगम अबकी बार कोई भी टैक्स नहीं बढ़ाएगा। ऐसे में जनता के लिहाज से बजट बेहतर रहेगा।
पूर्व CM स्व. बाबूलाल गौर और ग्रुप कैप्टन शहीद वरुण सिंह के नाम पर सड़कों के नाम रखे जाने के प्रस्ताव आएंगे। वहीं, ऐशबाग स्टेडियम का नाम भोपाल के पूर्व सांसद और वरिष्ठ भाजपा नेता स्व. कैलाश नारायण सारंग के नाम से करने का प्रस्ताव भी रखा जाएगा।
एजेंडा जारी होते ही विपक्ष की नाराजगी
बजट करीब 3500 करोड़ रुपए का होगा। मीटिंग का एजेंडा जारी होने के बाद से ही विपक्ष कड़ा ऐतराज जता रहा है। नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी का कहना है कि जनता से जुड़े 22 संकल्प शामिल नहीं किए गए हैं। ये बजट मीटिंग में नहीं तो कब आएंगे। इसके अलावा विंड प्रोजेक्ट का प्रस्ताव वापस ला रहे हैं, जो पिछली दो मीटिंग से लौटाए जा चुके हैं। एक बार तो खुद अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी प्रोजेक्ट को लौटा चुके हैं। यह शहर हित में नहीं है। बावजूद महापौर और अधिकारी प्रस्ताव लाने पर अड़े हुए हैं। विपक्ष इसका विरोध करेगा।
बता दें कि भोपाल नगर निगम का नीमच में 16 मेगावॉट का विंड एनर्जी प्रोजेक्ट लगाने का प्लान है। इस पर कुल 74 करोड़ रुपए खर्च होंगे। निगम 30 करोड़ रुपए का कर्ज भी लेगा। इस प्रोजेक्ट को लेकर पिछले दो मीटिंग में हंगामे हो चुके हैं। इस कारण यह मंजूर नहीं हो सका है।
मीटिंग में इन मुद्दों पर होगी बात
- गुफा मंदिर से सुल्तानिया इन्फ्रेंट्री लाइंस जाने वाली सड़क का नाम ‘ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह मार्ग’ किए जाने संबंधित प्रस्ताव एमआईसी से मंजूर हो चुका है। इसे परिषद की मीटिंग में रखा जाएगा।
- ऐशबाग स्टेडियम का नाम पूर्व सांसद स्व. कैलाश नारायण सारंग जी के नाम पर ‘कैलाश नारायण सारंग हाकी स्टेडियम’ किए जाने का प्रस्ताव भी आएगा।
- जहांगीराबाद चौराहे से एक्सट्रॉल कॉलेज होते हुए पुन-पातरा तक के मार्ग का नाम पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बाबूलाल गौर जी के नाम पर ‘बाबूलाल गौर मार्ग’ किए जाने संबंधित प्रस्ताव।
- वार्ड-56 अंतर्गत बरखेड़ी पठानी का नाम पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लालबहादुर शास्त्री के नाम पर ‘शास्त्री नगर (भेल)’ किए जाने का प्रस्ताव भी आएगा।
जनता से जुड़े कोई मुद्दे नहीं
नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी ने कहा कि एजेंड में स्टेडियम और सड़कों के नाम बदलने के प्रस्ताव शामिल किए गए हैं, लेकिन जनता से जुड़े कोई भी मुद्दे नहीं है। चुनाव के दौरान महापौर और भाजपा ने पानी, सीवेज सिस्टम समेत जनता से जुड़ी समस्या और सुविधाओं को लेकर जो वादे किए थे, उनमें से कुछ भी एजेंडे में नहीं है।
विपक्ष की यह मांगें
- जनता पर कोई अतिरिक्त टैक्स न बढ़ाया जाए।
- महापौर ने अपने संकल्प पत्र में जो वादा किया था, उसके अनुसार उपभोक्ता करों को कम किया जाए।
- 85 वार्ड की समस्याओं के समाधान करने के लिए बजट राशि आवंटित की जाए।
- बल्क नल कनेक्शन के स्थान पर व्यक्तिगत कनेक्शन देने और सीवेज सिस्टम ठीक करने के लिए बजट में प्रावधान किया जाए।
- शहर में शेल्टर हाउस बनाए जाए।
- पार्षद निधि राशि 50 लाख रुपए की जाए। पार्षद निधि के वार्षिक टेंडर की प्रोसेस व्यवस्थित नियमानुसार की जाए, या चार लाख रुपए तक के टेंडर पूर्व की तरह जोन स्तर से कराए जाए। ताकि, विकास कार्यों में प्रगति आ सकें।
- जिन क्षेत्रों में सीवेज सिस्टम सुधारने का काम नहीं हो सका है, वहां के लिए टेंडर लगवाए जाए।
- प्रत्येक पार्षद से वार्ड अनुसार प्रस्ताव लेकर बजट में शामिल किए जाए।
- शहर की लाइट व्यवस्था को सुधारने के लिए हर वार्ड को लाइट उपलब्ध कराई जाए।
अफसरों ने तैयार किया था पिछला बजट
पिछला बजट अफसरों ने तैयार किया था, जो 3 हजार 104 करोड़ रुपए का था। यह बिना लाभ-हानि का बजट पेश किया गया था। इस बार का बजट इससे ज्यादा के होने का अनुमान है।
पिछले बजट में नहीं की थी कोई बढ़ोतरी
नगर निगम ने पिछले बजट में प्रापर्टी टैक्स में तो कोई बढ़ोतरी नहीं की थी, लेकिन 2400 वर्ग फीट या उससे ज्यादा बड़े मकानों का वाटर टैक्स 180 रुपए से बढ़ाते हुए 210 से 300 रुपए कर दिया था। वहीं, ठोस अपशिष्ठ प्रभार भी 30 रुपए से बढ़ाते हुए 60 से 90 रुपए किया गया है। निगम कमिश्नर केवीएस कोलसानी चौधरी ने निगम प्रशासक गुलशन बामरा की मंजूरी के बाद बजट पेश किया था। परिषद नहीं होने की वजह से पिछले 3 बजट अफसरों ने ही तैयार किए थे।