इदौर । मध्य प्रदेश में शीघ्र ही ओबीसी नेताओं की राष्ट्रीय संगोष्ठी होगी। इसमें सभी ओबीसी मुख्यमंत्रियों, सांसदों, विधायकों और आयोगों के पदाधिकारियों को आमंत्रित किया जाएगा। प्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग को जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण का लाभ नहीं मिल रहा है। संगोष्ठी में हम इस बात को लेकर मंथन करेंगे कि इस वर्ग को ज्यादा से ज्यादा प्रतिनिधित्व कैसे मिल सकता है। संगोष्ठी की तारीख 3 अप्रैल के बाद घोषित की जाएगी। यह बात राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन ने कही। वे सोमवार को इंदौर में थे। उन्होंने कहा कि संगोष्ठी का उद्देश्य अन्य पिछड़ा वर्ग की हिस्सेदारी बढ़ाना है। हम इस बात पर मंथन करेंगे कि अन्य पिछड़ा वर्ग के किसी विद्यार्थी को कैसे और क्या शासकीय सुविधाएं मिल सकती है। इस वर्ग के बच्चों को भी अनुसूचित जाति-जनजाति के विद्यार्थियों के समान सुविधाएं मिलना चाहिए। संगोष्ठी के बाद हम राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के माध्यम से अपनी रिपोर्ट केंद्र के समक्ष रखेंगे। यह संगोष्ठी भोपाल, जबलपुर, छिंदवाडा, जबलपुर में से किसी एक शहर में होगी।
चौहान ही होंगे सीएम का चेहरा
बिसेन ने कहा कि पांचवी बार फिर शिवराजसिंह चौहान ही मुख्यमंत्री होंगे। यह बात मैं जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं। बिसेन ने कहा कि अधिकारी, कर्मचारी सरकार के कार्यक्रमों का क्रियान्वयन करने में पूरी तरह सक्षम हैं। इक्का-दुक्का मामलों को छोड़ दिया जाना चाहिए। जो गड़बड़ी करेगा उसे सजा तो मिलना ही चाहिए।
राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज होना चाहिए देशद्रोह का मामला
बिसेन ने राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राहुल गांधी कहते हैं कि वे सत्ता में आए तो धारा 370 बहाल करेंगे। ऐसे व्यक्ति के खिलाफ तो देशद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए। कमलनाथ को लेकर उन्होंने कहा कि वे कहते हैं कि सरकार बनेगी तो लाडली बहना योजना में बहनों को एक हजार नहीं बल्कि 1500 रुपये देंगे। वे ऐसी घोषणाएं इसलिए कर रहे हैं कि उन्हें पता है कि उनकी सरकार नहीं बनने वाली।