शराब दुकान के सामने सुंदरकांड का पाठ लोगों को बांटे दूध के पैकेट हॉस्पिटल और स्कूल के पास दुकान खोलने पर भोपाल में किया अनूठा विरोध

भोपाल में हॉस्पिटल और स्कूल के पास शराब दुकान खोलने के विरोध में लोग सड़क पर उतर आए। उन्होंने दुकान के सामने बैठकर सुंदरकांड का पाठ किया। उन्होंने लोगों को दूध के पैकेट भी बांटे। उनकी मांग थी कि हॉस्पिटल और स्कूल से दूर दुकान खोली जानी चाहिए। हालांकि, अधिकारी निर्धारित दूरी पर ही दुकान खुलने की बात कर रहे हैं।

ये अनूठा प्रदर्शन शाहजहांनाबाद स्थित रामनगर में मंगलवार को किया गया। समाजसेवी सुनील श्रीवास्तव के नेतृत्व में बड़ी संख्या में लोग जुटे। महिलाओं ने भी दुकान बंद करने की मांग की। उन्होंने पुलिस अफसर को ज्ञापन भी दिया। इस मामले में आबकारी कंट्रोलर सजेंद्र मोरी का कहना है कि यहां दुकान निर्धारित दूरी पर ही खोली गई है। मामले की जांच करवाएंगे। शाहपुरा में दुकान बंद कराई गई हैं।

टेंट में दुकान, सड़क पर शराबी
मध्यप्रदेश में 1 अप्रैल से नई शराब नीति लागू हो गई है। ढाई हजार से ज्यादा अहाते बंद कर दिए गए है। लेकिन हकीकत कुछ और ही है। टेंट में शराब दुकानें लग रही हैं। अहातों ने होटल की शक्ल ले ली ली। ये तस्वीर और कहीं नहीं राजधानी भोपाल के नयापुरा, शाहपुरा, करोंद समेत कई जगहों पर शराब दुकानों के पास ही देखने को मिल रही है। कई जगह तो शराबी खुले में ही शराब पी रहे हैं। इससे लोगों का मेन रोड से ही गुजरना मुश्किल हो गया है।

कोलार रोड के नयापुरा में तीन दिन से टेंट में शराब दुकान लग रही है। यह मेन रोड से 50 फीट दूर भी नहीं है। इस दुकान के पास ही खाने-पीने की दुकानें हैं, जो अहाते में बदल गई है। इनमें ही शराबी बैठकर शराब पी रहे हैं। पहले जहां ये दुकान थी, वही पर अहाता भी था, जो बंद कर दिया गया। इस कारण अब लोग दुकान के पास ही खुले और होटल-रेस्टोरेंट में बैठकर शराब पी रहे हैं।

कोलार रोड, रात 8 बजे… और खुले में शराबी
नयापुरा की शराब दुकान पहले गेहूंखेड़ा में थी, जो अब डी-मार्ट के ठीक सामने शिफ्ट की गई है। यहां पर कारोबारी टेंट लगाकर शराब बेच रहे हैं। रविवार की रात में भी टेंट में ही दुकान लगाकर शराब बेची गई। रात 8 बजे थे। दुकान पर शराब के शौकीनों की भीड़ लगी हुई थी। कई लोग दुकान के आसपास ही खुले में शराब पी रहे थे, जबकि कई पास की होटल में बैठकर शराब पीते नजर आए। मेन रोड पर ही शराबी हंगामा करते नजर आए। इस कारण ट्रैफिक भी जाम हो रहा था।

दुकान के ठीक सामने ही सिटी बसें रूक रही थी। जिसमें बैठे यात्री ड्राइवर को बस आगे रोकने की बात कह रहे थे। पैदल गुजरने वाले भी जैसे-तैसे सहमते हुए निकलकर जा रहे थे। शाहपुरा में भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला। यहां भी टेंट लगाकर खुले में शराब बिक रही है। नियमानुसार इस तरह शराब नहीं बेची जा सकती है।

पहले भी हो चुके विरोध
पिछले कुछ महीनों में शहर की 90 में से 10 से ज्यादा दुकानों का विरोध रहवासियों ने किया था। इनमें से अयोध्या नगर, मिसरोद और बरखेड़ी पठानी की 3 दुकानों पर ताले डल चुके हैं। सबसे ज्यादा 50% तक घाटे में जाने वाली पटेल नगर की दुकान लोगों के विरोध के कारण खुल ही नहीं सकी है। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भी बरखेड़ा पठानी की शराब दुकान में पत्थर फेंककर बोतलें तोड़ दी थी।

अबकी बार यहां हो रहा विरोध
शहर की 5 दुकानों को शिफ्ट किया जाना है। इनमें से पुराना किला, स्टेट बैंक, शाहजहांनाबाद क्रमांक-1, बस स्टैंड हमीदिया रोड और करोंद चौराहा समेत 5 दुकानों की लोकेशन बदलना हैं। अभी इनमें से सिर्फ हमीदिया रोड और पुराना किला की दुकान ही शिफ्ट हो सकी हैं। शाहपुरा और नयापुरा में टेंट लगाकर शराब बेची जा रही है।

करोंद में रहवासी इलाके में दुकान शिफ्ट, लोगों का विरोध
इधर, करोंद चौराहे के पास रहवासी इलाके में शराब दुकान शिफ्ट हो गई है। इस कारण रहवासी विरोध में उतर आए हैं। कई महिला-पुरुष दुकान के सामने बैठकर विरोध भी जता चुके हैं। उनका कहना है कि शराब दुकान खुलने से रहवासियों के सामने मुसीबत खड़ी हो गई है। लगातार दो दिन से विरोध किए जाने के बाद रविवार की रात यहां बाउंसर तैनात कर दिए गए।

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