उज्जैन नगर निगम के पास रखे लाखों दीपक को सहज कर दत्त अखाड़ा घाट क्षेत्र में जय श्री महाकाल नाम की कलाकृति बनाई गई है। शनिवार को इसका लोकार्पण किया गया। 65 फ़ीट लम्बी कलाकृति को 4.50 लाख दीपक से जोड़कर निर्माण किया गया है।
महाशिवरात्रि पर्व 18 फरवरी को ज्योतिर्लिंग महाकाल की नगरी उज्जैन में पवित्र मोक्षदायिनी शिप्रा नदी के तट पर 18 लाख 82 हज़ार 229 दीपक जलाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया था। इस भव्य, अद्भुत, अलौकिक कार्यक्रम के साक्षी लॉकहॉ लोग बने थे। गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड की टीम ने ड्रोन से दीयों की गिनती के बाद एक साथ प्रज्वलित किए जाने का विश्व रिकार्ड बनने की घोषणा उज्जैन के नाम की थी। इस दौरान संपूर्ण रामघाट, दत्त अखाड़ा घाट, सुनहरी घाट, भूखी माता घाट, केदारेश्वर घाट पर दीपक लगाए गए थे। कार्यक्रम के बाद शेष दीपक से कलाकृति बनाने की घोषणा की गई थी। इसे अमल लाते हुए दत्त अखाड़ा घाट क्षेत्र पर “शिव ज्योति अर्पणम” उत्सव के अंतर्गत उपयोग किये गये दीपकों से निर्मित 65 फिट लंबाई और 8 फीट ऊंचाई के साथ ही 4.50 लाख दीपकों को जोड़कर बनाई गई मनमोहक “जय श्री महाकाल” कलाकृति का लोकार्पण महापौर मुकेश टटवाल निगम नगर निगम कमिश्नर रोशन सिंह अध्यक्ष श्रीमती कलावती यादव एवं एमआईसी सदस्य झोंन अध्यक्ष द्वारा किया गया।