लगातार मिल रही शिकायतों के बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शहर के बीच रामबाग क्षेत्र में संचालित राजश्री नर्सिंग होम की जांच की। नर्सिंग होम का रजिस्ट्रेशन एक साल पहले ही खत्म हो गया था, फिर भी इलाज जारी था। जांच में कई तरह की गड़बड़ियां मिली।
इसी के चलते अस्पताल के ओटी रूम, रिसेप्शन और फार्मेसी कक्ष को सील किया है। नर्सिंग होम में एक एमबीबीएस डॉक्टर तक नहीं मिला वहीं आॅपरेशन थियेटर में एक्सपायरी दवाइयां मिली। ग्राम स्वास्थ्य रक्षक ओटी संभालते मिला। अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेडेकर ने बताया कि रकलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी के निर्देश पर निरीक्षण किया गया।
गड़बड़ियां : मार्च में ही खत्म हो गया था रजिस्ट्रेशन
- नर्सिंग होम का रजिस्ट्रेशन 31 मार्च 2022 को खत्म हो गया था।
- ऑपरेशन थियेटर, वार्ड, मानव संसाधन आदि नर्सिंग होम एक्ट नियमानुसार नहीं पाए गए।
- बॉयोमेडिकल वेस्ट का प्रबंधन नहीं था, नर्सिंग होम में गंदगी थी।
- ऑपरेशन थिएटर में एक्सपायरी दवाइयां मिलीं, जिन्हें जब्त किया।
- ऑपरेशन थियेटर में जंग लगे हुए उपकरण पाए गए।
- नर्सिंग होम में टीकाराम कुशवाह नामक व्यक्ति जो कि ग्राम स्वास्थ्य रक्षक प्रशिक्षित होकर ओ.टी. बॉय के रूप में काम करते पाया गया।
- डॉ. शिवा मीर BUMS चिकित्सक द्वारा एलोपैथी पद्धति से उपचार करना पाया गया।
- कोई भी एमबीबीएस चिकित्सक एवं नर्सिंग स्टाफ नहीं मिला।
- मौके पर दो मरीज भर्ती पाए गए, जिनका उपचार डॉ. शिवा मीर द्वारा किया जाना पाकर उनके द्वारा बॉटल लगाना पाया गया।
- ऑटोक्लेव व स्टरलाइजेशन सामग्री नियमानुसार नहीं पाई गई।
- स्वयं संचालक डॉ. देवेन्द्र भार्गव स्कीम नं. 74 में रहते हैं।