उज्जैन नगर निगम द्वारा केडी गेट से इमली चौराहे तक किए जा रहे चौड़ीकरण कार्य में अब पक्षपात करने का आरोप लगे हैं। यहां रहवासी अपने हाथ से घर तोड़ रहे है। इसके बाद भी निगम के अधिकारी पोकलेन मशीनों से घर ध्वस्त करने में जुटे है। वहीं क्षेत्र में पेयजल और बिजली की समस्या भी है। रविवार को कांग्रेस के साथ रहवासियों ने सीएम और महापौर का पुतला जलाया।
केडी गेट से इमली चौराहे तक के चौड़ीकरण के कार्य में अब पक्षपात करने के आरोप भी लग रहे है। एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रीतेश शर्मा ने बताया कि क्षेत्र में नगर निगम के अधिकारी पक्षपात कर रहे है। यहां के लोग स्वेच्छा से अपने मकान का हिस्सा तोड़ रहे है, इसके बाद भी पोकलेन के माध्यम से मकान का हिस्सा तोड़ा जा रहा है। इसके कारण पूरा मकान ही क्षतिग्रस्त हो रहा है। क्षेत्र में महापौर मुकेश टटवाल और कोई भी जिम्मेदार अधिकारी के नही होने से पेयजल की पाईप लाईन टूटने से पीने के पानी की समस्या है। वहीं विद्युत लाईन काट देने से क्षेत्र में अंधेरा रहता है। मलबा नहीं उठाने से नाले चौक हो गए है।
एनएसयूआई नेता ने आरोप लगाया है कि भाजपा के लोगों के मकानों को उनके अनुसार सुविधा दी जा रही है। जबकि अन्य लोगों को परेशान किया जा रहा है। रहवासियों की समस्या को लेकर एनएसयूआई जिलाध्यक्ष अंबर माथुर व एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष प्रीतेश शर्मा के नेतृत्व में रविवार को मुख्यमंत्री और महापौर का पुतला जलाकर विरोध जताया।