जिले में राहत राशि वितरण को लेकर अनियमितता के आरोप लगने के बाद आगर कलेक्टर कैलाश वानखेड़े ने जिन 3 पटवारियों को निलंबित कर दिया था। उनके पक्ष में एक के बाद एक ग्रामीणों की ओर से ज्ञापन दिए जा रहे हैं।
रविवार को पटवारी पवन कुशवाह के समर्थन में ग्रामीणों की ओर से ज्ञापन दिया गया था। आज सोमवार को निलंबित पटवारी राहुल धाकड़ और मदनलाल सूर्यवंशी के समर्थन में भी ग्रामीणों की ओर से नलखेड़ा तहसील पर कलेक्टर के नाम ज्ञापन ऑफिस कानूनगो रामचंद्र मेवाड़ा को दिया और निलंबन बहाल करने की मांग की।
ग्रामीण किसानों का कहना है कि पटवारी की ओर से उनके कहने पर ही राहत राशि अन्य खातों में डाली गई थी जिसको लेकर उन्हें कोई शिकायत नहीं है। ग्रामीणों ने बताया कि पटवारियों ने उनकी सहमति पर ही जमीन के बटाइदार, लीज धारी या सहमति दाता को राहत राशि का वितरण किया है, पटवारियों ने कोई अनियमितता नहीं की है।
साथ ही ग्रामीणों व किसानों ने इस संबंध में किसी को कोई शिकायत भी नहीं की थी। जांच के समय उनके ओर से जांच अधिकारी को इस बाबत शपथ पत्र भी दे दिए गए थे, फिर भी सूक्ष्मता से जांच नहीं की गई और पटवारी राहुल धाकड़, मदन सूर्यवंशी, पवन कुशवाह को निलंबित कर दिया।
ग्रामीणों व किसानों ने ज्ञापन के माध्यम से प्रशासन को चेतावनी भी दी कि अगर निलंबन बहाल नहीं किया गया, तो धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान बड़ी संख्या में तहसील के कई ग्रामों के ग्रामीण जन व किसान मौजूद रहे।