विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में अब शहर वासियों को आधार कार्ड दिखाकर अलग द्वार से भगवान महाकाल के दर्शन के लिए प्रवेश देने की योजना मंगलवार से शुरू हो गई। सुबह महापौर मुकेश टटवाल ने श्रद्धालुओं को प्रवेश के लिए बनाए गए अवंतिका द्वार पर अपना आधार कार्ड दिखा कर भगवान महाकाल के दर्शन के लिए प्रवेश किया। इस दौरान बड़ी संख्या में शहर के नागरिक भी दर्शन करने पहुंचे।
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में महापौर मुकेश टटवाल ने शहर में रहने वाले श्रद्धालुओं के लिए श्री महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल के निशुल्क रूप से दर्शन करने के लिए अलग द्वार बनाने की मांग उठाई थी । इसका समर्थन मंदिर प्रबंध समिति के सदस्य श्रीराम शर्मा, राजेंद्र शर्मा, प्रदीप गुरु महंत विनीत गिरी महाराज ने भी किया था। बैठक में तय हुआ था कि शहर वासियों के लिए एक अलग से द्वार बनाकर आधार कार्ड देखने के बाद प्रवेश दिया जाए। इस योजना का शुभारंभ 11 जुलाई मंगलवार को महापौर मुकेश टटवाल मंदिर समिति के सदस्य श्रीराम शर्मा, राजेंद्र शर्मा, प्रदीप पुजारी, मंदिर समिति के प्रशासक संदीप सोनी, सहायक प्रशासक मूलचंद जोनवाल की उपस्थिति में हुआ। इस द्वार से आने वाले शहर वासियों को अपने साथ आधार कार्ड लाना अनिवार्य होगा।
महाकाल मंदिर के गेट क्रमांक 1 पर शुरू हुई व्यवस्था-शहर वासियों के लिए आधार कार्ड से भगवान महाकाल के दर्शन के लिए मंदिर समिति द्वारा मंदिर के प्रशासनिक कार्यालय के सामने स्थित गेट क्रमांक 1 से प्रवेश देने की व्यवस्था की गई है। इस गेट पर दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालु अपना आधार कार्ड चेक कराने के बाद प्रवेश कर सकते हैं। इस मार्ग से जाने वाले श्रद्धालु मात्र 20 मिनट में दर्शन के बाद वापस निर्गम द्वार से बाहर आ सकेंगे।