10वीं-12वीं, MBBS की फर्जी मार्कशीट घर बैठे तैयार हो जाती थी। बस पैसे देने पड़ते थे और यह काम कोई आज कल का नहीं है बल्कि पिछले पांच सालों से चल रहा था। जिसमें अब तक हजारों फर्जी डिग्रियां बनाई गई हैं। हालांकि अब इस गिरोह को पुलिस ने पकड़ लिया है।
विजयनगर पुलिस की कार्रवाई
इंदौर की विजय नगर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अंतरराज्यीय फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं। आरोपी अपने गिरोह के साथ यह गोरख धंधा पिछले 5 सालों से चला रहे थे। बताया जा रहा है कि गिरोह ने अभी तक 1000 से अधिक फर्जी मार्कशीट बनाई है।
इस तरह हुआ खुलासा
दरअसल, इंदौर के विजय नगर थाना पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति जिसका नाम दिनेश पिता सेवकराम तिरोले गणेशधाम कालोनी खंडवा नाका का रहने वाला है। जो अपने साथियो के साथ मिलकर पिछले पांच सालों से फर्जी मार्कशीट जिमें 8वीं, 10वीं, 12वीं, बी.ए.एम.एस. तथा तथा अन्य प्रकार कि जाली मार्कशीटे तैयार कर लोगों से लाखों रुपए लेते हैं।
पुलिस ने जब्त की मार्कशीटें
जिसके बाद मामले में डीसीपी अभिषेक आनंद द्वारा एक टीम बनाई गई, जिसमें दिनेश तिरोले और मनीष के घर पर दबिश देकर उसे गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उसके घर से लगभग 50-60 फर्जी मार्कशीटें दिल्ली, बिहार, म.प्र., पंजाब, राजस्थान की कई मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी के नाम से फर्जी तरीके मार्कशीटे बनाई जाती थी। पुलिस ने सभी मार्कशीटों को जब्त कर लिया।पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपियों ने फर्जी तरीके से कई मार्कशीटें बेचकर करोड़ों रुपए कमाए हैं। मामले में आरोपी के साथ और भी कई लोग जुड़े हैं। इस संबंध में आरोपी दिनेश और मनीष से पूछताछ कर गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के बाद इस मामले में बड़े खुलासे हो सकते हैं।