देवास – आंत की रुकावट ऐसी रुकावट है जो आंतों के माध्यम से भोजन, फ़्लूड, पाचन स्राव और गैस के मार्ग को पूरी तरह से रोक देती है या गंभीर रूप से बाधित कर देती है। मरीज शोभाराम जी भी एसी बिमारी से पीड़ित थे उनको लगभग 4 महीने से पेट के असाधारण दर्द का सामना करना पड़ रहा था खाना खाते ही उन्हें उल्टी, एवं पेशाब, मल में खून की समस्याओ के असहनीय दर्द से सामना करना पडता था | मरीज के परिजन द्वारा बताया गया की हमने सही ईलाज के लिए बड़े बड़े अस्पतालों में लाखों रूपये ईलाज में लगा दिए फिर भी हाथ में निराशा लगी और जानकारी के अभाव और सुविधाओं के नाम पर हम ईलाज में खर्चा लगाते रहे | जब देश के प्रतिष्ठित अस्पतालों में अमलतास अस्पताल का सुझाव मिला तो हम यंहा लेकर आये यंहा चिकित्सक परामर्श एवं जाँच द्वारा बताया गया की मरीज को छोटी आंत का कैंसर था एवं कैंसर की गाठ भी काफी हद तक बड़ी हुई थी एवं पित्त की थेली में पथरी थी अमलतास अस्पताल के सुप्रसिद्ध डॉ. दिलीप कोठारी , डॉ, अर्चना कोठारी एवं डॉ. हीना टीम द्वारा छोटी आंत से केंसर वाला भाग एवं पित्त की थेली से पथरी सफलता पूर्वक निकाल दी गई | एनेस्थीसिया डॉ. प्रिया पाटीदार , डॉ, ज्योति ने सफल जटिल सर्जरी में बेहतर कमान संभाली | अब मरीज की स्थिति पूर्णत: ठीक है एवं अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है डॉक्टर द्वारा बताया गया की छोटी आंत का कैंसर दुर्लभ है। अधिकांश छोटी आंत के कैंसर जो पेट से जुड़े होते हैं। समय पर उपचार नहीं होने से यह जानलेवा होता है अमलतास अस्पताल के चेयरमैन श्री मयंकराज सिंह भदौरिया जी द्वारा बताया की छोटी आंत के कैंसर के इलाज के लिए सर्जरी में अक्सर कई अंग और जटिल संरचनाएं शामिल होती हैं, जैसे पित्त नलिकाएं और रक्त वाहिकाएं। इन कठिन ऑपरेशनों को करने का हमारे चिकित्सकों का असामान्य अनुभव कैंसर के सभी प्रकार की बीमारियों के सफल परिणामों को दर्शाता है।