उज्जैन: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शिप्रा नदी को सतत प्रवाहमान बनाए रखने के लिए एक अथॉरिटी बनाने का ऐलान किया है. इस मौके पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि उज्जैन, देवास, इंदौर और रतलाम जिले में बहने वाली शिप्रा नदी को सदैव सजीव बनाए रखने के लिए एक बड़ी योजना पर अमल करने वाली है. उन्होंने कहा कि इससे सिंहस्था मेला 2028 और भी सुंदर हो जाएगा.
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उज्जैन प्रवास के दौरान मंच से ऐलान किया कि सिंहस्थ मेला 2028 का आयोजन इस प्रकार होगा कि पूरी दुनिया देखती रह जाएगी. इसके लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी गई हैं. उन्होंने कहा कि शिप्रा नदी के तट पर होने वाले सिंहस्थ मेले को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए शहर के आसपास के इलाकों का भी विकास किया जाएगा. सीएम यादव ने कहा कि शिप्रा नदी को प्रवाह मान बनाने के लिए भी सरकार बड़े कदम उठाने जा रही है. इसी कड़ी में सरकार अथॉरिटी भी बनाएगी.
सीएम ने किया पार्टी कार्यालय का उद्घाटन
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के मुताबिक, शिप्रा नदी को भविष्य में हमेशा प्रवाहमान बनाए रखने की दिशा में कदम आगे बढ़ाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि शिप्रा नदी चार जिलों में बहती है. इनमें देवास, इंदौर, उज्जैन होते हुए रतलाम जिले में पहुंचती है. सभी जिलों में शिप्रा नदी को प्रवाहमान बनाने के लिए एक बड़ी योजना तैयार की जा रही है. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उज्जैन में स्थानीय कार्यक्रमों में भाग लेने के साथ-साथ लोकसभा चुनाव कार्यालय का उद्घाटन भी किया.
‘धार्मिक स्थलों का तेजी से होगा विकास’
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने केवल उज्जैन ही नहीं बल्कि ओंकारेश्वर, खजुराहो सहित मध्य प्रदेश के कई धार्मिक स्थलों पर तेजी से विकास को लेकर कार्य योजना तैयार किए जाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश को पर्यटन के साथ-साथ बड़े धार्मिक स्थल के रूप में देश के पटल पर पहचाना जा रहा है. सरकार विकास कार्यों को लेकर किसी भी प्रकार का कोई कसर छोड़ने वाली नहीं है.