देवास- अमलतास अस्पताल के चिकित्सक जटिल व चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन के लिए जाने जाते हैं। हाल ही में एक ऐसे घायल मरीज की जान बचाई, जिसकी भीषण सड़क दुर्घटना में गर्दन की नसें कट गई थी एवं जबड़े की हड्डी भी टूट गई |
अस्पताल प्रबंधन के अनुसार मरीज माखन बीते दिन भीषण सड़क हादसे का शिकार हुए थे। अज्ञात वाहन द्वारा पीछे से टक्कर लगने से माखन बाइक से गिरकर रैलिंग से टकराया, जिससे उनकी गर्दन में इतनी गंभीर चोट आई कि सांस की नली के साथ ही मांसपेशियों व खून की नसें कट गई। अमलतास अस्पताल के कुशल चिकित्सकों पर विश्वास रखकर परिजन तुरंत अमलतास अस्पताल लेकर आए। यहां इमरजेंसी विभाग में नाक, कान, गला विभाग के अंतर्गत मरीज को भर्ती किया गया। अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने सीधे ओटी में ट्रेकियोस्टोमी सर्जरी कर साँस की नली में ट्यूब डालकर मरीज को साँस लेने के लिए रास्ता बनाया गया एवं सर्जरी कर साँस की नली को एवं गले की सभी मांसपेशियों को फिर से जोड़ा गया | लगभग साढ़े तीन घंटे में नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अजय करकरे, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अंशुल शर्मा, डॉ. सुरभि, डॉ. आयुष, एनीस्थीसिया विभाग डॉ. शिखा, डॉ. पूजा, पूरी टीम द्वारा इस सर्जरी को अंजाम देकर मरीज का नया जीवन दिया | डॉक्टर्स ने बताया, कि यह सर्जरी तुरंत करना आवश्यक थी। अगर मरीज को लाने में देरी होती तो मरीज की जान भी जा सकती थी अमलतास के चेयरमैन मयंक राज सिंह द्वारा बताया गया की पूरे ऑपरेशन के दौरान मरीज की हालत स्थिर बनाने में डॉक्टरों की कुशलता और विशेषज्ञता दोनों ही जरूरी थी, जिसे चिकित्सको की टीम एवं एनीस्थीसिया के डॉक्टरों ने संभव बनाया सभी चिकित्सक की टीम बधाई के पात्र है |