कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में 09 अगस्त को एक महिला ट्रेनी डॉक्टर की लाश मिली थी, महिला के साथ रेप किया गया था और फिर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई, और फिर स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर प्रदर्शनकारी द्वारा डॉक्टर्स के साथ किए गए बर्ताव के विरोध में आज 17 अगस्त शनिवार को आगर जिला मुख्यालय पर भी इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर आगर के शासकीय जिला अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा सांकेतिक हड़ताल की गई
जिसमे डाक्टरों द्वारा काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया गया, वहीं कई जगह पर आईएमए के आव्हान पर 24 घंटे के लिए स्वास्थ्य सेवाएं बंद हड़ताल शुरू की गई है, और कोलकाता की घटना का कड़ा विरोध प्रदर्शन किया,आईएमए की तरफ से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि मॉडर्न मेडिसिन के डॉक्टर्स 17 अगस्त को सुबह 06 बजे से 18 अगस्त की सुबह 06 बजे तक अपनी सेवाएं नहीं देने वाले हैं, इस दौरान मरीजों को सिर्फ जरूरी सेवाओं ही दी जाने वाली हैं कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में हुए रेप-मर्डर केस को लेकर लोगों में काफी ज्यादा गुस्सा है। डॉक्टरों ने मांग की है कि अस्पतालों के खिलाफ हिंसा से निपटने के लिए नीति बनाना, डॉक्टर्स की सुरक्षा नीतिगत स्तर पर स्वीकार करने की मांग की गई है, एसोसिएशन के सदस्यों ने पत्र में लिखा, “अस्पताल संरक्षण विधेयक 2019 के मसौदे में महामारी रोग अधिनियम 1897 में 2023 के संशोधनों को शामिल करने वाला एक केंद्रीय अधिनियम मौजूदा 25 राज्य विधानों को मजबूत करेगा.” अन्य मांगों में लंबी शिफ्ट में काम करने वाले पेशेवरों के लिए बेहतर सुरक्षा उपाय और सुविधाएं शामिल हैं, जैसे सीसीटीवी निगरानी, सुरक्षा कर्मियों की संख्या में बढ़ोतरी और सुरक्षित जगह की उपलब्धता शामिल हैं।