पत्रकार पर दर्ज झूठी एफआईआर के विरोध में मेवाड़ा राजपूत समाज एवं करणी सेना का पैदल मार्च एवं विरोध प्रदर्शन। भविष्य दर्पण शुजालपुर सूर्या परमार झूठी एफआईआर की वापसी एवं निष्पक्ष जांच की मांग, प्रशासन को सौंपा गया ज्ञापन। शुजालपुर। पत्रकार ओम मेवाड़ा पर दर्ज की गई झूठी एफआईआर के विरोध में मंगलवार को मेवाड़ा राजपूत समाज एवं करणी सेना द्वारा जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने मंडी पुलिस चौकी चौराहे से एसडीओपी कार्यालय तक पैदल मार्च निकालकर विरोध दर्ज कराया। एसडीओपी कार्यालय के समक्ष चक्का जाम करते हुए उन्होंने अनुविभागीय अधिकारी अर्चना कुमारी को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपा। उल्लेखनीय है कि 20 जुलाई को फ्रीगंज क्षेत्र में एक चक्का जाम आंदोलन का मीडिया कवरेज कर रहे पत्रकार ओम मेवाड़ा के साथ कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा गाली-गलौज की गई तथा जान से मारने की धमकी दी गई। इस संबंध में शिकायत दर्ज कराने जब श्री मेवाड़ा मंडी थाना पहुंचे, तो पुलिस ने राजनीतिक दबाव में उल्टा उनके विरुद्ध ही प्रकरण दर्ज कर लिया। श्री मेवाड़ा का आरोप है कि उन्हें थाने में लगभग 8 घंटे तक बैठाकर पुलिस द्वारा गुमराह किया गया और उनकी तरफ से शिकायत दर्ज नहीं की गई। बाद में मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों के हस्तक्षेप पर उनकी ओर से शिकायत दर्ज की गई। प्रदर्शन के दौरान ज्ञापन सौंपते हुए मेवाड़ा राजपूत समाज एवं करणी सेना ने मांग की कि ओम मेवाड़ा पर दर्ज की गई झूठी एफआईआर को तत्काल निरस्त किया जाए तथा इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए। संगठनों ने चेतावनी दी कि यदि आगामी 10 दिनों के भीतर प्रकरण निरस्त नहीं किया गया, तो उग्र आंदोलन किया जाएगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। विरोध प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में समाजजन एवं संगठन के सदस्य उपस्थित रहे। वहीं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।