राजधानी भोपाल में कांग्रेस ने जरूरतमंद लोगों को ब्रांडेड कंपनियों के गर्म कपड़े दिलाए और सरकार की गरीब कल्याण के दावों और वादों पर सवाल खड़े। कांग्रेस नेता मनोज शुक्ला ने कहा कि गरीबों की सरकार, महिलाओं-बच्चों के मामा शिवराज, लेकिन हकीकत आज यह है कि उनके बंगले से दो किलोमीटर के भीतर और सरकार की नाक के नीचे कड़ाके की ठंड में महिलाएं और पुरुष भीख मांगने को मजबूर हैं।
मनोज शुक्ला रंगमहल टाकीज के सामने भीख मांग रहे महिला और पुरुषों को जीटीबी कॉम्पलेक्स स्थित मोंटी कार्लाे शोरू रूम लेकर गए और उन्हें गर्म कपड़े दिलाए। शुक्ला ने मीडिया से चर्चा में कहा कि 18 सालों से प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चोहान के मुंह से सुन रहे है स्वर्णिम मध्यप्रदेश, विकसित, उन्नत और आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश। उन्होंने कहा कि यह कौन सा विकास है। गरीबों को राशन, गरीबों को मकान, सबका साथ और सबका विकास जैसे सारे दावे भोपाल में ही जुमले साबित हो रहे है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि राजधानी में यह हालत है तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि दूर-दराज के इलाको में गरीबों की हालत क्या होगी। अपने कपड़ों की सल तक नहीं मिटने देने वाले ब्रांड मोदी और शिवराज की असलियत यह महिलाएं और पुरुषों को देखकर दिखाई दे रही है। यदि मोदी-शिवराज का गुणगान करने वाले भाजपा नेता, सरकार के मंत्री और खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को अपने बंगले से निकलकर एक बार इन गरीबों की सुध लेनी चाहिए। आपको आपका झूठ खुद दिखाई दे जाएगा।