भोपाल में दिलीप बिल्डकॉन के ऑफिस और घर पर दिल्ली से आई CBI की टीम ने गुरुवार रात करीब 9 बजे एकसाथ छापा मारा। चूनाभट्टी स्थित ऑफिस पर 12 से 15 और दिलीप सूर्यवंशी के अरेरा कॉलोनी स्थित घर पर छह से सात अफसरों की टीम जांच कर रही है। घर और ऑफिस में कर्मचारियों तक को एंट्री नहीं है। कंपनी के पार्टनर समेत तीन लोगों से पूछताछ की जा रही है। खबर लिखे जाने तक 4 करोड़ रुपए बरामद किए गए हैं।
बताया जाता है कि साउथ से उनके एक पार्टनर (एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर) को 20 लाख की रिश्वत देते हुए हिरासत में लिया गया है। छापे की सूचना के बाद कंपनी के शेयर करीब 6.5% तक गिर गए हैं।
लोकल पुलिस और भोपाल CBI टीम को भनक तक नहीं
दिल्ली की टीम की कार्रवाई की लोकल पुलिस और CBI भोपाल के अफसरों को भनक तक नहीं लगी। CBI सूत्रों का दावा है कि पूरा मामला रिश्वत से जुड़ा है। बताया जाता है कि दिलीप बिल्डकॉन के साउथ इंडिया में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अफसर को 20 लाख रुपए की रिश्वत देते हुए पकड़ा गया था। उसके बाद ही दिल्ली की टीम ने भोपाल में शुक्रवार रात करीब 9 बजे छापे मारे।
कर्मचारियों को भी अंदर नहीं जाने दिया जा रहा
शुक्रवार रात करीब 9 बजे टीम ने घर और ऑफिस पर छापे मारे। इसके बाद से ही दोनों जगह पर सुरक्षा गार्ड तैनात कर दिए गए। घर और ऑफिस में कर्मचारियों तक को आने-जाने नहीं दिया जा रहा है। दोनों ही जगह 20 से ज्यादा अफसरों के होने की बात सामने आई है।
एनएचएआई के अफसर सहित 4 गिरफ्तार
सीबीआई ने एनएचएआई बेंगलुरू के रीजनल ऑफिसर अकील अहमद, दिलीप बिल्डकॉन के रीजनल मैनेजर देवेंद्र जैन, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर सुनील कुमार वर्मा और दो कर्मचारी रत्नाकर सजिलाल व अनुज गुप्ता को गिरफ्तार किया है।
1993 में पहला बड़ा प्रोजेक्ट मिला था
दिलीप बिल्डकॉन कंपनी को वर्ष 1993-94 में पहला बड़ा प्रोजेक्ट मिला था। यह चार करोड़ रुपए का था। इसके बाद कंपनी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। फिर 20 करोड़ और 80 करोड़ के प्रोजेक्ट किए। 2007 के पहले 120 करोड़ रुपए तक के बड़े प्रोजेक्ट किए। वर्ष 2007 से 2010 के बीच सबसे बड़ा जंप मिला। कंपनी को अहमदाबाद-गोधरा का एक हजार करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट मिला। कंपनी का महाराष्ट्र, राजस्थान, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और तेलंगाना जैसे राज्यों में कारोबार है।
ऐसे बनाई कंपनी और लिया काम
दिलीप बिल्डकॉन का कंस्ट्रक्शन का काम है। यह कंपनी देशभर में हाईवे और रेल प्रोजेक्ट से जुड़े ठेके लेती है। भोपाल रेल मेट्रो का काम भी यही कंपनी कर रही है। दिलीप सूर्यवंशी ने 1988 में दिलीप बिल्डकॉन के नाम से कंपनी बनाई। पहले तो उन्होंने छोटे रिहायशी प्रोजेक्ट, सरकारी इमारतों और पेट्रोल पंपों का निर्माण किया। इसके बाद 1995 में 21 वर्षीय इंजीनियर देवेंद्र जैन को काम पर रखा। जैन अब उनकी कंपनी में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं। 2000 के दशक की शुरुआत में NDA सरकार ने सड़क निर्माण के टेंडर निकालने शुरू किए। तब उन्होंने तय किया कि उनकी कंपनी सड़क निर्माण भी करेगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और दिलीप सूर्यवंशी। -फाइल फोटो
सीएम के करीबी माने जाते हैं
दिलीप बिल्डकॉन कंपनी के मालिक दिलीप सूर्यवंशी की गिनती देश के बड़े कारोबारियों में होती है। कई राजनेताओं से उनके संबंध भी अच्छे हैं। राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारे में उन्हें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का करीबी माना जाता है। भोपाल में होटल ताज लेक फ्रंट दिलीप बिल्डकॉन कंपनी ने बनाया है। अक्टूबर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसका उद्घाटन किया था। हाल ही में एक बड़े ग्रुप की तरफ से इस कंपनी के अधिग्रहण की चर्चा भी थी।