पश्चिम के पुराने इंदौर में नए साल में सीवरेज की लाइन डालने का काम किया जाएगा।इसके लिए सड़कों की खुदाई की जाएगी। शहर में जब बारिश ज्यादा होती है तो इन्ही इलाकों में पानी का भराव ज्यादा होता है। इसके लिए आयुक्त ने बारिश के पहले इलाकों को चिह्नित करते हुए काम करने की बात कही है। शुक्रवार को भी आयुक्त ने कुछ इलाकों का दौरा भी किया।
कमिश्नर प्रतिभा पाल ने कृषि कॉलेज पिपलियाहाना रोड क्षेत्र में सीवरेज व्यवस्था को लेकर दौरा किया था। वह नंदबाग कॉलोनी, आशीर्वाद नगर होते हुए सेंट पॉल स्कूल तक पहुंची थी। उन्होंने पिपलियाहाना गांव से पलासिया नाले में मिलने वाले सीवरेज के पानी को रोकने के लिए 15 दिनों में पिपलियाहाना गांव से सेंट पॉल स्कूल तक प्रायमरी सीवर लाइन डालने के अफसरों को आदेश दिए। दो दिन पहले भी कमिश्नर ने जीएनटी मार्केट के साथ पश्विम क्षेत्र में अन्य जगहों का दौरा किया था और जल्द ही काम पूरा करने की बात अफसरों से की थी।
जूनी इंदौर, कलालकुई, आलापुरा में नई लाइन
बारिश के दिनों में जूनी इंदौर, कलालकुई, आलापुरा और रावजी बाजार के इलाकों में काफी जल भराव होता है। नाले यहां नदी का रूप ले लेते है। इसे लेकर यहां भी बड़ी लाइन डालने के लिए कमिश्नर पाल ने अफसरों को दिशा निर्देश दिए हैं। यहां कुछ इलाकों में काम शुरू हुआ है। नई लाइन डालने के लिए यहां सालों पुरानी सड़कें खोदी जाना हैं। इस मार्ग को जोड़ने वाले नाले से दो पुलों का काम निगम ने पूरा कर दिया है। जिसमें एक जनता के लिए चालू है, दूसरा नए साल के अंत तक शुरू कर दिया जाएगा। इस कारण से भी यहां पानी जमा होने से रोकना जरूरी है। दोनों पुल पुराने इंदौर से नए इंदौर को जोड़ते है। छोटी लाइन होने से यहां आए दिन ड्रेनेज चोक की शिकायतें भी बनी रहती है।