उज्जैन के क्रांतिकारी संत डॉ. अवधेशपुरी महाराज ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि मप्र के मंदिरों का सरकारीकरण नहीं किया जाए।
उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा है कि जब उत्तराखंड और कर्नाटक सरकारें मठ मंदिरों को सरकारीकरण से मुक्त कर सकती हैं तो मध्य प्रदेश की धार्मिक सरकार क्यों नहीं कर सकती? जब इस देश में एक भी मस्जिद, चर्च या अन्य धार्मिक स्थल सरकार द्वारा संचालित नहीं होते तो हिंदू धर्म स्थलों को ही सरकार क्यों संचालित करती है? संवैधानिक रूप से जब हमें धार्मिक स्वतंत्रता एवं समानता का मूल अधिकार प्राप्त है तो आखिर हिंदुओं की धार्मिक स्वतंत्रता एवं समानता के अधिकार के साथ खिलवाड़ क्यों किया जा रहा है?
अब समय आ गया है कि केवल मध्यप्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में हिंदू मठ मंदिरों को हिंदुओं के हवाले कर देना चाहिए। जब अन्य धार्मिक लोग अपने धार्मिक स्थलों की व्यवस्था स्वयं कर सकते हैं तो हिंदू क्यों नहीं कर सकते? अतः उत्तराखंड एवं कर्नाटक सरकार की तर्ज पर मध्य प्रदेश सरकार को भी हिंदू मठ मंदिरों को स्वतंत्र कर देना चाहिए। अब हिंदू इस असमानता के व्यवहार को सहन नहीं कर सकते।