देशभर में कोरोना संक्रमण रोजाना बढ़ता जा रहा है। ऐसे में विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए मंदिर में दर्शन का समय सीमित करने और प्री बुकिंग के आधार पर प्रवेश देने की व्यवस्था शुरू हो सकती है। इस संबंध में जल्द होने वाली जिला क्राइसिस समिति की बैठक में ही निर्णय लिया जा सकता है।
बीते दो दिनों से शहर में 60 से अधिक संक्रमित मिलने से हड़कंप मचा हुआ है। सोमवार या मंगलवार को कोरोना संक्रमण को लेकर क्राइसेस मैनेजमेंट की बैठक संभावित है। जिसमें महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर बड़ा फैसला हो सकता है। कोरोना की पहली व दूसरी लहर के दौरान भी कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने के बाद बड़े मंदिरों में सीमित समय में प्री बुकिंग के आधार पर ही दर्शन व्यवस्था लागू की गई थी।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए समय का निर्धारण और देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्री बुकिंग कराने के साथ कोरोना प्रोटोकॉल के तहत दर्शन व्यवस्था शुरू की जा सकती है। इससे पहले अप्रैल मई 2021 में आयी कोरोना की दूसरी लहर के बाद 28 जून 2021 को महाकाल मंदिर को ऑनलाइन प्री बुकिंग के माध्यम से खोला गया था।
हालांकि मंदिर में दर्शन व्यवस्था के लिए किसी भी तरह के प्रतिबंध या नियम बनाने के पहले जिला क्राइसिस समिति की बैठक में निर्णय होगा। इसके बाद ही यह नियम लागू किए जाएंगे। लेकिन यह भी तय है कि जिस गति से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं उसके अनुसार जल्द निर्णय नहीं लिया गया तो महाकाल मंदिर कोरोना का हॉटस्पॉट बन सकता है।
एक-दो दिन में लेंगे फैसला –
महाकाल मंदिर समेत अन्य मंदिरों के लिए गाइडलाइन बनाई जाएगी। धर्म स्थलों तक कोरोना नहीं पहुंचे इसके इंतजाम किये जाएंगे। एक दो दिन में इस संबंध में फैसला लिया जा सकता है।
आशीषसिंह, कलेक्टर, उज्जैन।