जिला मुख्यालय पर मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। भीख मांग कर खाने वाले वृद्ध का शव बस स्टैंड के बाहर पड़े होने की सूचना देने के बाद भी जवाबदार नहीं पहुंचे।
शहर के समाजसेवी व पुलिस जवान ठेले पर शव रखकर पोस्टमार्टम रूम पहुंचे।
शहर के बस स्टैंड के बाहर मंगलवार सुबह एक वृद्ध का शव पड़ा मिला। इसकी सूचना स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य विभाग ,नगर पालिका और थाना बड़वानी पर दी, लेकिन 5 घंटे तक शव पड़ा रहा। मौके पर किसी भी जवाबदार ने आने की जहमत नही उठाई।
आखिर स्थानीय लोगों और शहर के समाजसेवी अजित जैन ने ठेला बुलाकर लाश को ठेला गाड़ी पर रख खुद पुलिस जवानों की मदद से पोस्टमार्टम रूम ले गए। इसके बाद जब मीडिया ने जवाबदारों से बात करनी चाही तो कोई भी इस मामले में बोल पाने को राजी नहीं हुआ। वहीं शव को पोस्टमार्टम रूम पर ले जाने वाले समाजसेवी अजित जैन ने बताया कि उक्त बुजुर्ग पिछले तीन सालों से बड़वानी बस स्टैंड के बाहर भिक्षा मांगकर अपना गुजारा करता था।
बुजुर्ग का नाम बालमुकुंद कुमरावत बताया गया। वह धार जिले का रहने वाला है। उसकी दो लड़कियां हैं जिन्हें सूचना दे दी गई है। शव को ठेलागाड़ी से ले जाकर पीएम रूम पर रखा गया है।
लोगों ने अस्पताल की व्यवस्थाओं पर भी सवाल खड़े किए हैं कि जिला अस्पताल में शव वाहन उपलब्ध होने के बाद भी नहीं दिया गया। सिविल सर्जन व सीएमएचओ से भी बात की, लेकिन किसी ने भी अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई। पांच घन्टे इंतजार करने के बाद खुद पुलिस जवानों की मदत से शव को पोस्टमार्टम रूम लाया गया।