वैकल्पिक चिकित्सा संघ उज्जैन द्वारा इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति के जनक डॉ. काउंट सीजर मेटी के 213 वें जन्मदिन समारोह कार्यक्रम पर चिकित्सकों ने डॉ.मेटी को श्रद्धासुमन अर्पित किये। मंगलवार को मंगलनाथ रोड़ स्थित सांदीपनि रेस्टोरेंट में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि योग गुरु डॉ.मिलिन्द्र त्रिपाठी ने अतिथियों के साथ डॉ.मेटी के चित्र पर माल्यार्पण करके किया ।
कार्यक्रम के आयोजक डॉ. अकील खान ने बताया कि 11 जनवरी सन 1809 को इटली में जन्मे डॉ.काउंट सीजर मेटी द्वारा सन 1865 में इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति का अविष्कार किया गया था । मानव कल्याण हेतु उन्ही को आदर्श मानकर संपूर्ण विश्व में आज इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति के जनक को श्रद्धासुमन अर्पित किये जाते है ।
डॉ. मैटी द्वारा रक्त व लिम्फ के दूषित होने को बीमारी उत्पत्ति का कारण मानते हुये 114 पौधों से 38 दवाओं का निर्माण किया गया। वही मुख्य अतिथि अटल बिहारी हिंदी विश्व विद्यालय उज्जैन सेंटर के योग गुरु डॉ.मिलिन्द्र त्रिपाठी ने सभी उपस्थित जनों से कोरोना की 3 लहर के लिए पूर्ण मनोयोग से तैयारी करने का आग्रह किया । साथ ही आजादी के अमृत महोत्सव अंतर्गत आयोजित 75 करोड़ सूर्य नमस्कार के लक्ष्य को पूर्ण करने हेतु सभी से प्रतिदिन नियमित 13 सूर्य नमस्कार 21 दिनों तक करने हेतु निवेदन किया ।
वैकल्पिक चिकित्सकों को नियमित योग से जुड़ने हेतु उन्होंने आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि आप सभी अपनी चिकित्सा पद्धति के साथ साथ मरीजों तक योग चिकित्सा को पहुंचाने में मेरे अभियान के सहभागी बने ।कार्यक्रम को प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ आकिल खान ,प्रदेश मंत्री द्वय डाॅ बी एस गुर्जर डॉ यूनुस खान , डॉ त्रिवेदी ,डॉ सिराज खान डॉ हटे सिह जी असावद , डॉ पवन शर्मा जिला अध्यक्ष आदि ने संबोधित किया ।कार्यक्रम में वैकल्पिक चिकित्सा संघ से जुड़े 100 से अधिक चिकित्सक शामिल हुए । कार्यक्रम का संचालन संभाग उज्जैन अध्यक्ष डॉ ओपी वैष्णव ने किया और आभार नगर अध्यक्ष डॉ मो शकील अंसारी ने माना ।