कोरोना ने उज्जैन की भैरवगढ़ जेल में भी दस्तक दे दी है। यहां कोरोना के तीन पेशेंट मिले हैं। तीनों को आइसोलेट कर दिया गया है। यहां कोर्ट से सजा पाकर आने वाले कैदियों के लिए बनी बैरक में पहले दो मरीज कोविड पॉजिटिव मिले थे। इसके बाद सभी की जांच कराई गई तो एक और कोविड पेशेंट सामने आया।
भैरवगढ़ जेल में आने वाले कैदियों के लिए बनी बैरक में 60 कैदी रखे जाते हैं। जेल अधीक्षक उषा राज ने बताया कि इन सभी कैदियों का नियमानुसार कोविड टेस्ट होता है। इनमें से दो मरीजों की सैंपल रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। दोनों पेशेंट को जेल में बने आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया।
इसके बाद बैरक में मौजूद सभी कैदियों का कोविड टेस्ट कराया गया। इनमें से फिर एक युवक कोविड पॉजिटिव आया। इस पर जेल अधीक्षक उषा राज ने कहा कि तीनों मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। तीनों का जेल में बने कोविड वार्ड में ही कोविड गाइडलाइन के मुताबिक डॉक्टर उपचार कर रहे हैं।
जेल में मिलने के लिए कांच की दीवार, सख्ती बढ़ाई –
जेल में कैदियों से मिलने आने वाले परिजनों पर पाबंदियां बढ़ा दी गई हैं। जेल अधीक्षक उषा राज ने बताया कि सभी परिजनों का वेक्सीनेशन सर्टिफिकेट चैक किया जा रहा है। इसके बाद ही उन्हें कैदियों से मिलने की अनुमति दी जा रही है। अंदर आने के बाद भी कैदियों और परिजनों के बीच कांच की दीवार रहती है। उसमें से दोनों को बात करने की अनुमति है।
बैरक में सभी का वेक्सीनेशन –
उषा राज ने बताया कि जेल में आने वाले प्रत्येक कैदी का वेक्सीनेशन सर्टिफिकेट चेक किया जाता है। यदि उन्होंने वेक्सीन नहीं लगवाया होता है तो वेक्सीनेशन टीम से टीका लगवाया जाता है। इसके बाद ही बैरक में रखा जाता है।
मुलाकात नहीं रोकी –
उषा राज ने बताया कि हमने कैदियों और परिजनों की मुलाकात प्रतिबंधित नहीं की है। डीजी जेल के साथ कल ही ऑनलाइन मीटिंग की है। शासन से आदेश आने के बाद ही मुलाकात को प्रतिबंधित किया जाएगा। फिर भी हम पूरी एहतियात रख रहे हैं।