‘टाइगर जिंदा है’ के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा जिले के उनारासी कलां गांव में ओलापीडित किसानों से कहा कि ‘ चिंता मत करना, तुम्हारा मुख्यमंत्री जिंदा है।
साल हारा है जिंदगी नही। मैं इस कठिन घड़ी में सभी को पार करके ले जाऊंगा।’ उन्होंने मंच से घोषणा की कि पीड़ित किसानों को 50 हजार रुपये हेक्टेयर के मान से मुआवजा दिया जाएगा। इसके पहले मुख्यमंत्री छोटी राधौगढ़ के चार किसानों के खेतों में पहुंचे और उन्होंने खेत मे बैठकर धनिया, चना, गेहूं और सरसों की बर्बाद फसल देखी। इस दौरान किसानों के आंसू छलक पड़े। एक बुजुर्ग दम्पत्ति रोते हुए मुख्यमंत्री के पैरों पर झुक गया। मुख्यमंत्री ने उसे उठाकर गले से लगा लिया। उन्होंने कलेक्टर उमाशंकर भार्गव को निर्देश दिए कि इस दम्पत्ति को तत्काल 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए।मुख्यमंत्री चौहान करीब डेढ़ बजे हेलीकाप्टर से ग्राम उनारासी कलां पहुंचे। यहां से वे सीधे छोटी राधौगढ़ में जयमंडल सिंह के खेत पर पहुंचे। जयमंडल की 35 बीघा में बोई धनिया की फसल ओले गिरने से बर्बाद हो गई। मुख्यमंत्री को नुकसान की जानकारी देते हुए बुजुर्ग किसान की आंखे छलक उठी। मुख्यमंत्री ने किसान के कंधे पर भरोसे का हाथ रखते हुए कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार उनके साथ है।मुख्यमंत्री ने खेत मे झुककर बर्बाद फसल को देखा। इसके बाद वे जलभंजन सिंह के खेत मे पहुंचे। वे अपनी बुजुर्ग पत्नी के साथ खेत मे ही बैठे थे। जैसे ही मुख्यमंत्री उनके पास पहुंचे तो बुजुर्ग किसान फफक-फफककर रो पड़ा। किसान का कहना था कि 25 हजार रुपये कर्ज लेकर चार बीघा में चने की फसल बोई थी।।ओले ने पूरी फसल चौपट कर दी। अब पेट भरना मुश्किल हो गया है। मुख्यमंत्री चौहान ने कलेक्टर भार्गव को निर्देश दिए कि पीड़ित किसान को तत्काल 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाए।
मुख्यमंत्री ने की उनारासी कला में अस्पताल की घोषणा
उनारासी कलां में किसानों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ओला पीड़ित किसानों के अल्पकालिक ऋण को मध्यम अवधि में बदला जाएगा। किसानों से ऋण वसूली नही होगी। मुख्यमंत्री ने स्थानीय विधायक उमाकांत शर्मा के आग्रह पर उनारासी कलां में शासकीय अस्पताल खोलने की घोषणा की। इस दौरान गंजबासौदा विधायक लीना जैन, भाजपा जिला अध्यक्ष राकेश जादौन, एसपी मोनिका शुक्ला सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।