प्रत्येक विस्तारक के साथ एक आईटी की जानकारी रखने वाला विस्तारक भी होगा
अगले सप्ताह से मध्य प्रदेश में शुरू होने वाली बूथ विस्तारक योजना में मंत्री-मुख्समंत्री, सांसद-विधायक सहित पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष और सभी पदाधिकारी बूथ विस्तारक की जिम्मेदारी निभाएंगे।
ये सभी लोग अपने विधानसभा या लोक सभा क्षेत्र में भेजे गए विस्तारकों के साथ प्रवास करेंगे। विस्तारक 10 दिन तक प्रतिदिन 10 घंटे यानी कुल 100 घंटे का योगदान इस अभियान के लिए देना है। प्रदेश में लगभग 65 हजार बूथ हैं, जिनमें पार्टी ने विस्तारक भेजने का फैसला किया है। ये विस्तारक बूथ के कार्यकर्ताओं और महत्वपूर्ण मतदाताओं का डिजीटल डेटा भी तैयार करेंगे। यह अभियान 20 जनवरी से प्रारंभ हो रहा है।
बुथ विस्तारक योजना की तैयारी के लिए बैठक को संबोधित करते हुए भाजपा के प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत एवं सह संगठन महामंत्री हितानंद ने मार्गदर्शन किया। इस योजना के तहत बूथ विस्तारक निकलने वाले प्रदेश के सभी सांसदों एवं विधायकों को बताया गया कि वे जिलाध्यक्षों तथा मण्डल अध्यक्षों को अपने प्रवास बनाकर शीघ्र दें। उन्होंने बताया कि प्रत्येक विस्तारक के साथ एक आईटी की जानकारी रखने वाला विस्तारक भी होगा। अत: बूथों पर परंपरागत और डिजिटल दोनों तरीकों से जानकारी एकत्रित करने का काम किया जाएगा। भाजपा द्वारा विकसित ‘संगठन’ एप के माध्यम से बूथों की जानकारी डिजिटलाइज की जाएगी।
प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने बताया कि विधानसभा के प्रशिक्षकों की कार्यशाला 17 एवं 18 जनवरी को संभाग केन्द्रों पर होगी। विधानसभा स्तरीय बूथ विस्तारकों की कार्यशालाएं क्रमश: 18 व 19 जनवरी को होंगी। इस योजना के दौरान किसी भी बूथ को रिक्त नहीं छोड़ा जाएगा।
प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने कहा कि ठाकरे जी के जन्म शताब्दी वर्ष को हमने पार्टी के सुदृढ़ीकरण और विस्तार के लिए चुना है। हम अभी तक जहां नहीं पहुंचे हैं, वहां पहुंचने की योजना इस संगठन यज्ञ के माध्यम से करनी है। यह साधारण नहीं, ऐतिहासिक अभियान है। एक दिन यह अभियान पूरे देश में रोल मॉडल बनेगा। हमें इस अभियान के दौरान संगठन को गुणात्मक और संख्यात्मक रूप से मजबूत बनाते हुए 10 प्रतिशत वोट बढ़ाने का लक्ष्य सामने रखना है।
इस अवसर पर संगठन महामंत्री सुहास भगत ने ‘संगठन’ एप के बारे में विस्तार से जानकारी दी और बूथ प्रवास के दौरान किए जाने वाले कार्यों को बारिकी से समझाया। उन्होंने कहा कि विस्तारकों को एक दिन में एक ही बूथ पर रहना है। सांसद और विधायक अपने ही क्षेत्र में प्रवास बनाएं। इन दिनों में कोई दूसरे प्रवास नहीं बनाने हैं। सभी मोर्चा और प्रकोष्ठों के पदाधिकारी भी बूथ विस्तारकों के रूप में निकलेंगे।