मध्य प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन का एक साल पूरा होने के मौके पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जेपी अस्पताल में जाकर टीकाकरण केंद्र का निरीक्षण किया। इस मौके पर प्रदेशवासियों को नि:शुल्क वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए सीएम ने प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि मार्च में कोरोना ने देश में दस्तक दी थी। साल भर में ही प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश ने बचाव का टीका विकसित कर लिया। देश के डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मी और सामाजिक संगठनों के साथ ही कोरोना से बचाव का टीका विकसित करने वाले वैज्ञानिकों को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने न केवल देश के नागरिकों का जीवन सुरक्षित किया, बल्कि हम सभी का मान भी बढ़ाया।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं धन्यवाद देता हूं हमारे फ्रंटलाइन वर्कर्स को, हेल्थ वर्कर्स को, जिन्होंने जरूरत पड़ने पर खेतों में पहुंचकर, पहाड़ चढ़कर व नदी-नाले पार करके भी लोगों को कोरोना रोधी टीके का डोज लगाया है और उन्हें सुरक्षा चक्र प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि कोविड 19 की तीसरी लहर में लोगों को ज्यादा अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि टीकाकरण से ओमिक्रॉन की आक्रामकता नहीं रह जाएगी। इसका प्रभाव गले तक ही सीमित रहता है। पहले कोरोना से संक्रमित होने पर लगभग 30 से 40% लोगों को भर्ती करने की आवश्यकता पड़ती थी, लेकिन अब केवल 3 से 4 फीसदी लोगों को ही भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है, यह टीकाकरण से ही संभव हुआ है। टीकाकरण करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों सहित पूरी टीम ने इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अथक मेहनत की है। दुर्गम दुरूह स्थानों तक पहुंचकर लोगों को टीका लगाया है। आपके ही प्रयास से इस महामारी से देश को सुरक्षित किया जा सका है।
अस्पतालों में बेड, आईसीयू, ऑक्सीजन, दवाएं उपकरण सहित सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त हैं। अभी स्थिति नहीं है कि लोगों को हॉस्पिटल में भर्ती किया जाए। मेरी भगवान से प्रार्थना है कि इन उपायों की उपयोग की जरूरत ना पड़े। आप सावधानी रखें। यह और भी संतोष की बात है कि जो लोग अभी अस्पतालों में भर्ती हो रहे, उनमें से ज्यादातर लोग गंभीर नहीं हैं, उन्हें ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं है। टीकाकरण का यही लाभ है कि पहले तो संक्रमित नहीं होंगे और हुए भी तो गंभीर नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि 15 से 18 वर्ष के बेटे बेटियों का भी टीकाकरण प्रारंभ हुआ है, जो अभी तक जारी है। मेरे बच्चों आपसे मेरा आग्रह है कि आप टीका लगवाएं और दूसरों को भी प्रेरित करें। बता दें कि प्रदेश में 15 जनवरी तक 10 करोड़ 72 लाख डोज लगाए जा चुके हैं। प्रदेश में 5 करोड़ 32 लाख लोगों को पहला और 5 करोड़ 8 लाख लोगों को दूसरा टीका लग चुका है।