महाकाल मंदिर की दर्शन व्यवस्था को लेकर नागा संन्यासी खुशहाल भारती ने सवाल खड़े किए हैं। संत का कहना है कि मंदिर के नंदी हाल में अभिनेत्री को प्रवेश मिल सकता है, तो साधु संतों क्यों रोका जा रहा है।
मंदिर में दर्शन की भेदभाव पूर्ण नीति बंद होना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि फिल्म अभिनेत्री सारा अली खान ने अपनी मां अमृता सिंह के साथ शनिवार सुबह महाकाल मंदिर में ओम नम: शिवाय जाप किया। वे डेढ़ घंटा मंदिर में रहीं। कोटीतीर्थ कुंड की परिक्रमा के साथ वे नंदी गृह में बैठीं और ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर की आरती में शामिल हुई। उन्होन अपनी फिल्मों की सफलता के लिए प्रार्थना की। उन्होंने भरतपुरी प्रशासनिक क्षेत्र में अपकमिंग मूवी लुका छुपी-2 के कुछ दृश्य शूट किए।
नागा संन्यासी खुशहाल भारती ने बताया कि वे निरंजनी अखाड़े के साधु हैं। शनिवार को राजस्थान से इंदौर जाते समय अपने आराध्य भगवान महाकाल के दर्शन करने मंदिर पहुंचे। गेट से भीतर प्रवेश करने के बाद वे नंदी हाल में पहुंचे तो मौजूद अधिकारी व कर्मचारियों ने उनसे असभ्य भाषा में संवाद किया और नंदी हाल में प्रवेश नहीं करने दिया। उन्हें बताया गया कि कोरोना के चलते नंदी हाल व गर्भगृह में प्रवेश पर रोक लगी हुई है। आप पीछे बैरिकेड्स में चले जाइये और वहां से दर्शन कीजिए। संत ने कहा कि वे इसकी शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से करेंगे।
30 दिसंबर के बाद से ही गर्भगृह व नंदी हाल में प्रवेश बंद
मंदिर समिति ने कोरोना संक्रमण के चलते 30 दिसंबर से गर्भगृह व नंदी हाल में भक्तों के प्रवेश पर रोक लगा रखी है। प्रतिबंध के चलते 8 जनवरी को केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को भी मंदिर प्रशासन ने गणेश मंडपम् के बैरिकेड्स से भगवान महाकाल के दर्शन कराए थे। 10 जनवरी को मंदिर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने पुजारी, पुरोहित के साथ बैठक कर आगामी आदेश तक गर्भगृह व नंदी हाल में भक्तों का प्रवेश प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया था।