शाहजहांनाबाद क्षेत्र की वाजपेयी नगर बस्ती में शनिवार को एक घर में मंगलगान गाए जा रहे थे। बस्ती में खुशी का माहौल था, क्योंकि एक बेटी की शादी होने जा रही थी।
दुल्हन सज-धजकर तैयार थी और बारात दरवाजे से कुछ ही कदम की दूरी पर थी। तभी चाइल्ड लाइन और थाना पुलिस और विशेष किशोर पुलिस इकाई की टीम पहुंच गई। इससे शादी में आए मेहमान और घरवाले हड़बड़ा गए। टीम परिवार वालों से जानकारी लेने लगी। तब घरवालों को पता चला कि यह विवाह कानूनी तौर पर अपराध है, क्योंकि बेटी की उम्र 17 साल के करीब है।
जब परिवार वालों से कहा गया कि ये शादी नहीं हो सकती, तो यह सुनकर बेटी की मां संतोष बाई रोने लगी। उसने कहा कि उसने इस शादी के लिए काफी रुपये खर्च किए हैं। अब शादी नहीं होगी, तो उसके पैसे बर्बाद हो जाएंगे। उसने कहा कि बेटी बड़ी हो गई है और घर-घर जाकर झाडू-पोछे का काम करती है। आस-पास का माहौल खराब है। इस कारण जिम्मेदारी से मुक्त होने के लिए बेटी की शादी कर रही थी। मां ने कहा कि उसे नहीं पता था कि बेटियों की शादी 17 साल में करना बाल विवाह के दायरे में आएगा। टीम ने बालिका के उम्र से संबंधित दस्तावेज जन्म प्रणामपत्र देखा, जिसमें बालिका की उम्र 17 साल 4 माह पाई गई। टीम द्वारा माता व परिजनों से बातचीत कर उन्हें समझाइश दी गई। साथ ही परिवार द्वारा पंचनामा बनवाकर शपथ पत्र भरवाया गया कि अगर बालिका की शादी 18 वर्ष से कम उम्र में करते हैं तो उन पर कानूनी कारवाई की जाएगी। दरअसल ये सारी प्रक्रिया तब हो सकी, जब चाइल्ड लाइन नंबर 1098 पर एक अज्ञात व्यक्ति ने कॉल कर सूचना दी कि वाजपेयी नगर में एक बाल विवाह करवाया जा रहा है।
आठ साल पहले पति छोड़कर चला गया
बालिका की माता संतोष बाई ने कहा कि मेरे चार बच्चे हैं और घर में कोई कमाने वाला भी नही है। पति आठ साल पहले मुझे और बच्चों को छोड़ कर चला गया। हमारे गांव खंडवा से बेटी के लिए अच्छा रिश्ता आया तो हमने शादी पक्की कर दी। वहीं बालिका ने बताया कि तीन माह पहले उसकी सगाई हुई थी और वह इसी लड़के से शादी करना चाहती है। जब टीम ने समझाया कि इस उम्र में शादी करना कानून अपराध है, तब जाकर वह मानी। उसने कहा कि वह नौवीं कक्षा तक पढ़ी है। हमारे आसपास का माहौल ठीक ना होने के कारण मां मेरी शादी कर रही थी। बाल विवाह के बारे में मुझे और मेरे घर वालों को नही पता था कि 18 वर्ष से पहले शादी करना अपराध हैं।
बाराती बोले, खाना तो खिला दो
खंडवा से आए बारात को टीम ने समझाया। इसमें लड़के की उम्र 23 वर्ष पाई गई। करीब 30 लोग बारात में आए थे। लड़के वालों ने भी अपनी गलती मानी और शपथ पत्र में भरकर बाद में शादी करने वादा किया। बारातियों ने कहा कि शादी नहीं करेंगे, लेकिन दूर से आए हैं तो खाना खाकर जाएंगे।
वाजपेयी नगर में एक नाबालिग का विवाह रुकवाया गया। बारात आ चुकी थी। दोनों पक्षों को हिदायत देकर शपथ पत्र भरवाया गया।
– अर्चना सहाय, डायरेक्टर, चाइल्ड लाइन, भोपाल