शिप्रा शुद्धिकरण को लेकर अब राजनीति शुरु हो गयी है। संतों के आन्दोलन और जल सत्याग्रह की चेतवानी के बाद अब कांग्रेस ने भी आन्दोलन की चेतावनी दी है।
बुधवार को मध्य प्रदेश कांग्रेस की उपाध्यक्ष नूरी खान ने कहा कि वे गुरुवार से जल सत्याग्रह करेंगी। इस दौरान वे शिप्रा नदी में 4 फ़ीट गहरे पानी में खड़े होकर प्रदर्शन करेंगी। नूरी ने कहा वो ये आन्दोलन संतों के समर्थन में कर रही हैं।
कांग्रेस नेत्री नूरी गुरुवार सुबह 10 बजे अपनी कुछ महिला साथियो के साथ शिप्रा नदी के रामघाट पर पहुचकर जल सत्याग्रह शुरू करेंगी। नूरी ने बताया कि वे अकेली शिप्रा के प्रदूषित पानी में उतरेंगी और जब तक की उज्जैन कलेक्टर या मंत्री मोहन यादव खुद आकर शिप्रा नदी को स्वच्छ और निर्मल करने सहित 16 गंदे नालों और कान्ह नदी का पानी शिप्रा नदी में मिलने से रोकने के ठोस उपाय नहीं बता देते आन्दोलन जारी रखेंगी।
पहले भी कर चुकी है शिप्रा के लिए प्रदर्शन
शिप्रा नदी के शुद्धिकरण के मसले को नूरी खान पहले भी उठा चुकी है। फरवरी 2017 में नूरी ने शिप्रा नदी में मंच बनाकर प्रदर्शन किया था। इसके बाद 2018 में मंच से हड़ताल और 2019 में 72 घंटे की भूख हड़ताल कर शिप्रा नदी के मुद्दे पर प्रदर्शन कर चुकी हैं।
मंगलवार को संतो ने दी जल समाधी की धमकी
14 जनवरी पर त्रिवेणी शिप्रा नदी के त्रिवेणी घाट पर होने वाले नहान के लिए कान्ह नदी पर मिटटी का डेम बनाया गया था। हालांकि कोरोना गाइड लाइन के चलते नहान पर प्रतिबन्ध के चलते नहान तो नहीं हो पाया लेकिन रविवार को मिटटी में कटाव आने से बीच में से मिटटी बाह गयी और कान्ह का प्रदूषित पानी फिर से शिप्रा नदी में मिल गया।
जिसे लेकर संत नाराज हो गए थे। जिसके बाद शैव शम्भू सन्यांसी मण्डल के संत द्वारा बांध का निरीक्षण किया गया था। जिसके बाद संतों ने शिप्रा शुद्धि करण को लेकर संतो ने कहा था की जल्द ही मांग नहीं मानी गयी तो बड़ा आंदोलन करेंगे और शिप्रा नदी में जल समाधि करेंगे।
संत बोले वे मदरसों में सूर्य नमस्कार करएं, यहां हम समर्थ –
स्वस्तिक पीठ के परमहंस डॉ. अवधेशपुरी महाराज ने कहा कांग्रेस नेत्री नूरी खान का शिप्रा शुद्धिकरण को लेकर चिंता करना हास्यास्पद है। नूरी खान सस्ती लोकप्रियता के लिए ऐसा दिखावा कर रही हैं। यदि उन्हें सही में लोगों की चिंता है तो वे मदरसों में सूर्य नमस्कार शुरू करवाएं।