जिले के सिरमौर तहसील के दादर हल्का में पदस्थ पटवारी को एसडीएम ने निलंबित कर दिया है। राजस्व विभाग के सूत्रों की मानें तो गत 18 जनवरी को जनपद पंचायत कार्यालय और एसडीएम कोर्ट के सामने शराबी पटवारी के नशे में धुत होकर सड़क में पड़े होने की फोटो इंटरनेट मीडिया में सामने आई थी।
ब्लाक मुख्यालय से लेकर जिला मुख्यालय तक के जिम्मेदारों ने राजस्व विभाग के मैदानी अमले की करतूत को देखा था। गत 20 जनवरी की देर शाम सिरमौर एसडीएम नीलमणि अग्निहोत्री ने पत्र जारी कर दादर हल्का के पटवारी को निलंबित कर दिया है।
विभाग के आदेश को भी किया दरकिनार : एसडीएम नीलमणि अग्निहोत्री ने जारी आदेश में कहा कि सिरमौर तहसीलदार ने पत्राचार किया था। कहा था कि संतलाल निराला पटवारी हल्का दादर राजस्व निरीक्षक मंडल लालगांव ने जनवरी माह में कोई कार्य नहीं किया। जबकि 5 जनवरी को दादर में आराजी न. 161/4 एवं 93/3 का सीमांकन के लिए सूचना पत्र जारी हुआ था। लेकिन वह अभिलेख सहित उपस्थित नहीं हुआ। साथ ही 5 जनवरी को संतलाल निराला द्वारा न तो एक भी सीमांकन कार्य कराया गया और न ही सीएम हेल्पलाइन का कार्य किया। वहीं अपने पटवारी हल्के में भी उपस्थित नहीं हुआ। जबकि कलेक्टर द्वारा सीमांकन का कार्य अभियान के रूप में चलाया गया है।
बेसुध अवस्था में पड़ा मिला : दादर हल्का में पदस्थ पटवारी संतलाल निराला हमेशा शराब के नशे में धुत रहता है। वह अनुशासनहीनता के लिए चर्चित है।
क्या था मामला : गत 18 जनवरी की शाम करीब 5.30 बजे उक्त पटवारी जनपद पंचायत और अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय के सामने बेसुध अवस्था में पड़ा दिखा था। वह अपनी सुधबुध भूलकर कीचड़ में कई घंटे तक लेटा रहा।उसकी वजह से राजस्व विभाग की छवि खराब हुई है। साथ ही पटवारी द्वारा किया गया कार्य कदाचरण की श्रेणी में आता है। ऐसे में संतलाल निराला पटवारी हल्का दादर के विरूद्घ अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने का प्रस्ताव प्राप्त हुआ था।
किया तहसील कार्यालय में अटैच : एसडीएम द्वारा तहसीलदार सिरमौर के प्रतिवेदन पर संतलाल निराला पटवारी हल्का दादर का कृत्य सिविल सेवा आचरण नियम का उल्लंघन माना गया है। ऐसे में तहसीलदार के प्रतिवेदन अनुसार संतलाल निराला पटवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर निलंबन अवधि में संतलाल निराला को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा। इनका मुख्यालय तहसील कार्यालय सिरमौर नियत किया जाता है।