किसान पिता का छात्रवृत्ति के लिए संघर्ष:- 600 रुपए की छात्रवृत्ति पाने में लगे 5 महीने, शिक्षा आयुक्त के हस्तक्षेप के बाद मिला चेक

नागदा के पास ग्राम रोहलकलां के एक कृषक ने बेटी की 600 रुपए छात्रवृत्ति पाने के लिए 5 माह कड़ा संघर्ष किया। आखिरकार शिक्षा विभाग आयुक्त अभय वर्मा के हस्तक्षेप के बाद उन्हें छात्रवृत्ति मिल पाई।

अभिभावक भेरूलाल परमार ने जानकारी देते हुए बताया कि संकुल प्राचार्या ने उन्हें बुलाकर चेक सौंपा है। छात्रवृत्ति को पाने के लिए परमार ने मामले की शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर की थी। परमार ने बताया कि उनकी बेटी गांव रोहलकलां के शासकीय स्कूल में कक्षा 7वीं में अध्यनरत है।

वर्ष 2020 की छात्रवृत्ति तकनीकि कारणों से रूक गई थी। जिसके बाद उन्होंने सीएम हेल्पलाइन, विकासखंड अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी को शिकायत की। करीब 5 माह शिकायतों का दौर चला। आखिर में शिक्षा आयुक्त वर्मा के पास शिकायत पहुंची। जिस पर कार्रवाई करते हुए अभिभावक को राशि का चेक सौंपने का निर्देश दिया गया।

शिकायत पर अडिग रहे परमार सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत करने के बाद स्थानीय स्तर के अधिकारी परमार को गुमराह करते रहे। बावजूद परमार अपनी शिकायत पर अडिग रहे। मजेदार बात यह है कि विकासखंड स्तर के अफसर परमार को यह कहकर ऑफिस से लौटा देते थे कि ‘सीएम मामा से पूछो छात्रवृत्ति क्यों रोकी गई है।’

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