राजधानी के उपनगर बैरागढ़ में स्थित सिविल अस्पताल में कोरोना जांच किट की कमी के कारण जांच कराने पहुंच मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है।
अस्पताल में सर्दी-जुकाम एवं बुखार से पीड़ित कई मरीज जांच के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन किट की कमी के कारण उन्हें वापस लौटना पड़ रहा है।
अस्पताल में रैपिड एंटिजन टेस्ट के लिए प्रतिदिन 100 से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं लेकिन इनमें से करीब 20 से 25 मरीजों को दूसरे दिन आने को कहा जा रहा है। पिछले एक माह से संत हिरदाराम नगर जोन क्षेत्र में प्रतिदिन 80 से 100 लोग कोरोना पाजिटिव आ रहे हैं, ऐसे में जिन लोगों को प्रारंभिक लक्षण होते हैं वे तत्काल जांच कराने अस्पताल पहुंच रहे हैं। सिविल अस्पताल में यह जांच निश्शुल्क होती है, जबकि निजी लैब पर इसके लिए लोगों को करीब एक हजार रूपये खर्च करने पड़ते हैं। यही कारण है कि अधिकांश लोग अस्पताल का रूख कर रहे हैंं।
जांच का समय बढ़ाने की मांग
अस्पताल में आरटी-पीसीआर जांच सुबह दस से दोपहर ढाई बजे से होती है। नागरिकों का कहना है कि जांच कम से कम शाम पांच बजे तक होना चाहिए। वहीं अस्पताल सूत्रों का कहना है कि जांच किट की कमी के कारण दोपहर दो बजे के बाद सेंपल नहीं लिए जा रहे हैं। अस्पताल में जांच कराने पहुंचे तुलसी जोतवानी के अनुसार वे जांच कराने पहुंचे तो कहा गया कि किट खत्म हो गई है। जोतवानी का कहना है कि जांच में विलंब से कोरोना संक्रमण तेज गति से बढ़ सकता है।
अस्पताल में पर्याप्त किट उपलब्ध है। प्रतिदिन 80 से 100 सेंपल लिए जा रहे हैं। समय पर जांच के लिए पहुंचने वाले सभी मरीजों के सेंपल लिए जा रहे हैं क्योंकि हमें उसी दिन सेंपल भेजने होते हैं। विलंब से पहुंचे मरीजों को ही दूसरे दिन आने का कहा जाता है।
– डा. रामहित कुमार, अधीक्षक, बैरागढ़ सिविल अस्पताल