शासकीय रेलवे पुलिस खंडवा ने बुधवार को अवैध वेंडरों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया। इस दौरान गलत पहचान पत्र का उपयोग करने वाले 1 अवैध वेंडर पर कार्रवाई कर एफआइआर दर्ज की गई।
रेलवे पुलिस इकाई भोपाल के तहत आने वाले 10 रेलवे स्टेशनों पर यह कार्रवाई हुई है। इसमें 15 अवैध वेंडरों पर कार्रवाई की गई।
रेलवे स्टेशनों में चोरी की घटनाओं व मादक पदार्थ के सेवन से घटित होने वाले अपराधों की रोकथाम के लिए पुलिस अधीक्षक रेलवे भोपाल हितेश चौधरी व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रेलवे प्रतिमा मैथ्य द्वारा दिए निर्देशों के तहत यह अभियान चलाया गया। जिन वेंडरों द्वारा बिना किसी वैधानिक पहचान पत्र एवं लाइसेंस के ट्रेनों अथवा रेलवे स्टेशन, प्लेटफार्म आदि पर व्यावसायिक गतिविधियां की जा रही थी। उनके खिलाफ आरपीएफ के सहयोग से कार्रवाई की गई है। रेल इकाई भोपाल के अंतर्गत आने वाले खंडवा के साथ ही आमला, इटारसी, भोपाल, हबीबगंज, बीना, विदिशा, ग्वालियर बीजी, ग्वालियर एनजी व मुरैना रेलवे स्टेशन पर भी यह अभियान चलाया गया। लगभग 1 लाख 20 हजार रुपए की पैनाल्टी भी वसूली गई।
जीआरपी थाना प्रभारी बबीता कठेरिया ने बताया थाना खंडवा के एक अवैध वेंडर के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर विवेचना में लिया है। इस आरोपी द्वारा बिना लाइसेंस रिन्यू कराए वेंडर के रूप में कार्य किया जा रहा था। विवेचना के दौरान यह तथ्य भी प्रकाश में आया है कि इन अवैध वेंडरों द्वारा आपराधिक घटनाक्रमों को स्वयं अथवा अपने अन्य साथियों के सहयोग से अंजाम दिया जाता रहा है।
इन मामलों में दोषी
– अवैध तरीके से सामग्री बेचने का लायेसेंस बनवाना।
– पूछताछ पर वैध ठेकेदार का नाम बताना।
– मादक पदार्थ का रेल द्वारा परिवहन करना ।
– यात्रियों से मित्रता पूर्वक व्यववहार कर मादक पदार्थ विक्रय कर चोरी जैसी अपराधिक वारदात करना। – अपराधियों के साथ मिलकर अपराधिक घटना करवाना।