शाजापुर जिला अस्पताल में एक बार फिर गर्भवती महिला के साथ लापरवाही का मामला सामने आया है। जिसमें पति ने महिला डॉक्टर्स पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि मेरी पत्नी की जान भी जा सकती थी। मामले की जानकारी मिलते ही जिला अस्पताल में भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष श्याम टेलर भी पहुंचे। टेलर ने भी लापरवाही के लिए नाराजगी जाहिर की।
ये है पूरा मामला
जिले के तलेनी गांव के रहने वाले नटवर सिंह अंसल गर्भवती पत्नी मोनिका को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुन्दरसी लेकर गए। गर्भवती महिला को देखने के बाद कहा कि बच्चे की मौत हो चुकी है। इसलिए इन्हें शाजापुर के जिला अस्पताल रैफर किया जा रहा है। नटवर सिंह पत्नी को लेकर मंगलवार को शाजापुर गया। यहां एक महिला डाक्टर ने देखा और अस्पताल में एडमिट कर लिया। बुधवार को दूसरी महिला डॉक्टर ने देखा और कहा बच्चे की धड़कन नहीं चल रही। सोनोग्राफी कराएं। गर्भवती महिला के पति ने कहा कि सोनोग्राफी के लिए दिन बाद क्यों कहा जा रहा है। जिला अध्यक्ष श्याम टेलर ने भी अस्पताल पहुंचकर स्टॉफ पर नाराजगी जाहिर की और कहा महिला की जान को खतरा हो सकता था।
मामले में डॉक्टर सचिन नायक का कहना है कि कभी-कभी गर्भवती महिलाओं के पेट में बच्चे की धड़कन नहीं चलती। सोनोग्राफी के बाद सही स्थिति का पता चलता है। वेट करना पड़ता है। गर्भवती महिला को कोई खतरा नहीं होता।