पावन चरणों में शीश झुकाता हूं, जो देश हित में बलिदान हुए मैंउनकी गाथा गाता हूं…। उन पंक्तियों के साथ ही एनसीसी कैडेटों ने वीर शहीदों को नमन किया।
एनसीसी की यूनिट वन एमपी आर्टी रेजीमेंट द्वारा यह आयोजन किया गया। जिसका उद्देश्य युवाओं में देशप्रेम की भावना भरने के साथ ही युवाओं को देश के वीर शहीदों की जानकारी देना। जो विद्यार्थी एनसीसी लेते हैं उनकी कहीं न कही इच्छा होती है कि वे भारतीय सेना का हिस्सा बनें। इसलिए भी युवाओं को जरूरी है कि वे भारतीय सेना के गौरव, उसके वीर सपूतों के बारे में जाने और समझें। वन एमपी आर्टी रेजीमेंट द्वारा हुए इस आयोजन में अमर शहीद सिपाही मो. शरीक खान को नमन किया गया। शहीद मो.शरीक खान ने 1965 के भारत पाकिस्तान युऋ में अदम्य साहस का प्रदर्शन करते हुए अपने प्राणों को न्यौछावर किया। इसी क्रम में 13 मद्रास रेजीमेंट के सिपाटी मोहन सिंह जिन्होंने 1962 के भारत चीन युद्ध में प्राणों को सर्वोच्च बलिदान दिया को भी एनसीसी कैडेटों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। यह दोनों अमर शहीद मप्र राज्य के मंडला जिले के निवासी थे।
इस अवसर पर वन एमपी आर्टी रेजीमेंट के कमांडिंग आफिसर कर्नल मनीष कुमार ने शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर शहीदों के परिवार के सदस्य को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। शहीद मो. शरीक खान के भाई मो. शाहिद खान इस अवसर पर मौजूद रहे। उन्होंने ऐसे आयोजनों को शहीदों के परिवारों को संबल प्रदान करने के लिए आवश्यक बताया। एनसीसी कैडेटों ने भी शहीद के परिवार से मिलकर उनकी स्थिति को जाना।
इस आयोजन को सफल बनाने में एनसीसी अधिकारी अनुराग उपाध्याय, सूबेदार मेजर किशोर कुमार, हवलदार निर्भय कुमार, एनसीसी कैडेट अंकेश कुमार सिंह, जगजीत सिंह व अन्य का सहयोग रहा।