आजादी का अमृत महोत्सव स्वर्णिम भारत की ओर ले जाने वाला अवसर है। इस अवसर पर हम सबको मिलकर अपने बीसों नाखूनों का जोर लगाकर भारत को स्वर्णिम बनाने के कार्य मे लग लाना चाहिए।
प्रधानमंत्री जी ने 20 जनवरी को आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत की थी। जब फाउंडेशन डाला जाता है तो बिल्डिंग निर्माण का कार्य भी प्रारंभ हो जाता है। अतः स्वर्णिम भारत के निर्माण का कार्य भी प्रारंभ हो रहा है। उक्त विचार ब्रह्माकुमारीज की क्षेत्रीय निदेशिका राजयोगिनी बी के अवधेश दीदी ने ब्रह्माकुमारीज के भोपाल स्थित क्षेत्रीय कार्यालय राजयोग भवन परिसर में गणतंत्र दिवस के पावन पर्व पर आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के शुभारंभ के अवसर पर व्यक्त किए।
कार्यक्रम का शुभारंभ सैकड़ों ब्रह्माकुमारीज बहनों एवं भाइयों की उपस्थिति में किया गया। आजादी का अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर थीम पर एक झांकी का प्रदर्शन ब्रह्माकुमारीज के क्षेत्रीय मुख्यालय राजयोग भवन भोपाल में आज गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर किया गया | बी के डॉ रीना बहन ने बताया कि इस झांकी में देश के लिए शहीद हुए वीरों जैसे सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, आध्यात्मिक दिग्दर्शक स्वामी विवेकानंद, वीरांगना लक्ष्मीबाई, रानी पद्मावती, रानी अहिल्याबाई, झलकारीबाई जनरल बिपिन रावत आदि के स्वरूपों का प्रदर्शन किया गया है | साथ में स्वर्णिम भारत, राधा कृष्ण, भारत माता आदि की झांकी का प्रदर्शन किया गया है जो कि भारत के गौरवशाली इतिहास को प्रदर्शित करती है | इस अवसर पर भारत के प्रथम सी डी एस जनरल बिपिन रावत जी को श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर भारत वर्ष की शान तिरंगा ध्वज फहराया गया।साथ ही देश प्रेम के गीत एवं डांस की प्रस्तुतियाँ दी गईं। इस अवसर पर सभी उपस्थितों को प्रतिज्ञा कराई गई कि हम सभी द्रण संकल्प लेते हैं कि कि परमात्मा ने हमारे अंदर जो आध्यात्मिक शक्ति का फाउंडेशन डाला है उसका भरपूर सदुपयोग करेंगे।
स्वर्णिम भारत बनाकर दिखाएंगे और सारे विश्व का गुरु भारत को बनाएंगे। अपने जीवन में जो भी छोटी बड़ी कमी कमजोरियां हैं उन्हे समाप्त करके दिखाएंगे। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारीज के राजयोग शिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान के अंतर्गत 20 प्रभागों के लिए जिम्मेदारी दे गई। बी के ने बताया कि चिंतन शिविर के उपरांत पूरे मध्यप्रदेश में आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत हर जिलों एवं तहसील स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।