मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में बुधवार देर रात भयानक हदासा हो गया। जहां अचानक एक मकान की छत गिर गई। जिसमें एक मां और बेटी की मौत हो गई, वहीं परिवार के 4 अन्य सदस्य घायल हो गए।
जिस वक्त यह हुआ उस दौरान पूरा परिवार एक कमरे में साथ गहरी नींद में सो रहा था। जिसमें दो की तो सोते-सोते ही सांसे थम गईं।
आवाज इतनी तेज की लोगों को लगा धमाका हुआ…
दरअसल, यह हादसा ग्वालियर के छावनी में कृष्णा नगर इलाके में देर रात हुआ। जहां ट्रक चालक राकेश शाक्य के घर की छत ढह गई। छत गिरने की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के लोगों को लगा कि कोई धमाका हुआ है। तेज आवाज सुनते ही लोगों की भीड़ जमा हो गई। जिसके कुछ देर बाद पुलिस मौके पर पहुंची। ऊषा शाक्य (38 साल) मां और राधा शाक्य बेटी (21 साल) ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। बाकी के सदस्यों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
छत गिरते ही मच गई चीख-पुकार
परिवार के मुखिया राकेश शाक्य ने बताया कि यह हादसे के वक्त में घर नहीं था, गणतंत्र दिवस पर गाड़ी लेकर शहर से बाहर गया था। घर पर उसकी पत्नी ऊषा शाक्य, बेटी राधा, छोटी बेटी रिद्धिमा, बड़ा बेटा आनंद, छोटा बेटा सचिन और मामा संजय थे। सभी लोग खाना खाकर रात 11 बजे तक सो गए थे। पत्नी से मेरी रात को फोन पर बात भी हुई थी। इसी बीच तड़के 3 से 4 बजे के बीच अचानक तेज आवाज हुई और पूरी छत ढह गई। पूरा परिवार मलबे में दब गया। मौके पर चीख पुकार मच गई। आसपास के लोगों की भीड़ जमा हो गई।
एंबुलेंस समय पर आ जाती तो बच सकती थी जान
वहीं इस पूरी घटना के शिकार हुए मृतका के बेटे सचिन ने बताया कि जब तक मैंने मां और बहन को निकाला तब तक वह जिंदा थीं। भीड़ ने उन्हें अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस ले जाने के लिए कई फोन किए। लेकिन उसे आने में आधे घंटे से भी ज्यादा का वक्त लगा। अगर एंबुलेंस समय से आ जाती तो उनकी जान बच सकती थी। सचिन ने बताया कि यह हादसा कैसे हुआ कुछ पता नहीं चला।