उज्जैन । कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने शनिवार को बृहस्पति भवन के सभाकक्ष में वीसी के माध्यम से जिले की समस्त तहसीलों के एसडीएम के साथ 15 से 18 वर्ष के बालक बालिकाओं के टीकाकरण और फ्रंट लाइन वर्कर्स के टीकाकरण की समीक्षा की । कलेक्टर ने 15 से 18 वर्ष के बालक बालिकाओं के टीकाकरण के संबंध में निर्देश दिए कि समस्त अनु विभागों में एक-एक ग्राम पंचायत से शत प्रतिशत टीकाकरण के प्रमाण पत्र एकत्रित कर इस सोमवार की शाम तक अनिवार्यता एसडीएम द्वारा भेजे जाएं ।
कोई भी पात्र बालक बालिका टीकाकरण से ना छूटे, इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए अन्यथा पंचायत के निचले स्तर के स्टाफ पर कठोर कार्यवाही की जाएगी । सभी एसडीएम और सीईओ जनपद पंचायत उनके अधिकार क्षेत्र के गांव में घूमे व निरीक्षण करें और शत-प्रतिशत टीकाकरण को सुनिश्चित करें ।
शत प्रतिशत टीकाकरण के प्रमाण पत्र के बाद यदि कोई बालक बालिका छूटे हुए पाए गए तो संबंधित अधिकारी / कर्मचारी को निलंबित किया जाएगा । कलेक्टर ने निर्देश दिए कि एसडीएम अनुविभाग स्तर पर प्रमाण पत्र एकत्रित करें और फाइनल रिपोर्ट उन्हें भेजें । आवश्यकता पड़ने पर ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल टीम भेजी जाए ।
- उक्त आयु वर्ग के जो बालक बालिका यदि छोटे हैं तो इसका कारण तथा बच्चों की सूची प्रमाण पत्र के साथ संलग्न की जाए ।
जिले में बूस्टर डोज की समीक्षा के दौरान टीकाकरण की धीमी रफ्तार पर कलेक्टर ने नाराजगी व्यक्त की । उन्होंने कहा कि फ्रंटलाइन वर्कर्स और हेल्थ वर्कर जो बूस्टर डोज के लिए पात्र हैं, वे अनिवार्यतः टीके लगवाएं । जिन शासकीय कर्मचारियों ने पात्र होने के बावजूद डोज नहीं लगवाया है उनके वेतन को रोका जा जाए । सभी अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए काम करें । कलेक्टर ने सीएमएचओ को निर्देश दिए कि प्राइवेट अस्पतालों के संचालकों के साथ बैठक आयोजित कर उनके हेल्थ वर्कर्स को शत प्रतिशत बूस्टर डोज लगवाया जाना सुनिश्चित करें । बैठक में सीईओ जिला पंचायत सुश्री अंकिता धाकरे एवं अन्य अधिकारी गण मौजूद थे ।