ग्वालियर में स्वर्ण रेखा नदी में दूसरी तरफ बनेगा रेप्टाइल बर्ड पार्क

चिड़ियाघर के विस्तार के लिए स्वर्णरेखा नदी के दूसरी तरह रेपटाइल बर्ड पार्क बनाया जाएगा। इसके लिए लंबे समय से लंबित पड़े पुल का कार्य तेज गति से शुरू हो गया है।

साथ ही पुल को स्वर्णरेखा नदी पर रख दिया गया है। पुल के बन जाने के बाद यहां पर रेप्टाइल (सरीसर्प) व वर्ड (पक्षी) पार्क बनाने का कार्य शुरू किया जाएगा। चिड़ियाघर के पास से बहने वाली स्वर्णरेखा नदी के दूसरे किनारे पर करीब दो हेक्टेयर भूमि पर वर्ड व रेप्टाइल पार्क प्रस्तावित है, लेकिन पुल का कार्य लंबे समय से अटका हुआ था। शनिवार को पुल पर जाली लगाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। साथ ही पुल को भी नदी पर रख दिया गया है।

बड़े पिंजरों में रहेंगे पक्षी: करीब एक हेक्टेयर से बड़े क्षेत्र में काफी ऊंचाई तक पिंजरा बनाया जाएगा। इसमें नेचुरल पेड़ आदि लगाए जाएंगे। यहां पर पक्षियों की कई सारी प्रजातियों को खुला रखा जाएगा। यहां पर घूमने के लिए जाने वाले लोग प्राकृतिक रूप में पक्षियों को उड़ता व खेलता देख सकेंगे।

सरीसर्प के अलग से बनेंगे पिंजरे: सरीसर्पों के लिए अलग से एक हेक्टेयर में स्थान बनाए जाएंगे। इसमें सभी प्रकार के सरीसर्पों को रखा जाएगा। इसमें मगर, घड़ियाल, सांप, छिपकली आदि रहेंगे।

नदी की बाउंड्री किनारे लगेंगे फूल वाले पौधे: नदी के किनारे कई प्रकार की प्रजातियों के फूल वाले पौधे लगाए जाएंगे। इसके कारण प्रत्येक सीजन में यहां पर फूल खिले दिखेंगे।

वर्जन

पुल का कार्य शुरू हो गया है। साथ ही अब नदी के दूसरी ओर सरीसर्प व वर्ड पार्क बनाए जाएंगे। इससे पक्षी व सरीसर्पों को भी सुविधा रहेगी।

उपेंद्र यादव, डाक्टर चिड़ियाघर

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