मध्य प्रदेश में शासन प्रशासन भले ही यूरिया की किल्लत से हमेशा से इंकार करता रहा है लेकिन सच्चाई इस के विपरीत है। बात करे सतना जिले के उचेहरा कि तो आलम यह है कि यूरिया के लिए किसान मशक्कत करना नजर आता है और सुबह से लेकर शाम कर लंबी लंबी कतारों में खड़े होकर खाद के लिए जद्दोजहद करनी पड़ती है।
लेकिन प्रशासन में बैठे जिम्मेदार किसानों को खाद उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं। लिहाजा टोकन लिए हुए किसान दिन भर परेशान हाल में दिखते नजर आते हैं।
वही जानकार सूत्र बताते हैं कि खाद का पर्याप्त भंडारण होने के बाद भी फिलहाल किसानों को खाद के लिए कई दिनों तक का इंतजार करना पड़ रहा है। यहां तक की खाद वितरण कराने नायब तहसीलदार नागेन्द्र त्रिपाठी स्वयं अपने देख रेख में थाना उचेहरा के जिम्मेदारों को खाद बांटने की व्यवस्था में लगाया। खाद का वितरण टोकन के माध्यम से किया जा रहा है जिससे व्यवस्था के अनुरूप किसानों को जल्द खाद मिल सके। दर्जनों किसान अपनी समस्या हल कराने एसडीएम से मिलने कार्यालय पहुंच गए। लेकिन उनकी गैर मौजूदगी में नायब तहसीलदार नागेन्द्र त्रिपाठी को अपनी समस्या बताई। फिर क्या था नायब तहसीलदार फौरन खाद वितरण केंद्र पहुंच गए। वहां के हालातों को देख व्यवस्था अनुरूप खाद का वितरण फिलहाल हो रहा है। लेकिन जरूरत मंदों की संख्या अधिक होने के कारण माहौल गरमाया हुआ है।