प्रदेश सरकार निर्बाध बिजली आपूर्ति का दावा कर रही है, लेकिन शहर के पूर्व विधानसभा क्षेत्र में तस्वीर उलट है। यहां अघोषित तौर पर बिजली कटौती की जा रही है।
क्षेत्रीय विधायक लखन घनघोरिया के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने मिशन कम्पाउंड स्थित बिजली कार्यालय में धरना-प्रदर्शन किया।
इस मौके पर विधायक लखन घनघोरिया ने आरोप लगाया कि उनके क्षेत्र में लोगों को जानबूझकर परेशान किया जा रहा है। प्रदर्शन में शामिल होने आए स्थानीय लोगों ने बताया कि बिजली की अपर्याप्त आपूर्ति की वजह से क्षेत्र की तमाम पानी-टंकियां ठीक से नहीं भर पा रही हैं। अभी गर्मी का मौसम दूर है अगर समय रहते इस समस्या को खत्म नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में क्षेत्र का जलसंकट विकराल रूप धारण कर सकता है।
अधीक्षण यंत्री के नाम सौंपे गए शिकायत पत्र में कहा गया है कि क्षेत्र के अधिकांश ट्रांसफार्मर जर्जर हो चुके हैं या उनकी क्षमता जरूरत के अनुसार अपर्याप्त है। अधिकांश ट्रांसफार्मर 100केवी के हैं, जबकि क्षेत्र में 200 केवी या उससे अधिक क्षमता वाले ट्रांसफार्मरों की आवश्यकता है।
पुराने हो चुके पोल से हो सकती है दुर्घटना : इसी तरह से बिजली के खंभों की हालत भी खराब है। अत्यंत पुराने हो चुके पोल हादसों को लेकर आमंत्रण दे रहे हैं। लिहाजा क्षेत्र के क्षतिग्रस्त खंभों को तत्काल बदला जाना चाहिए। धरना-प्रदर्शन में शामिल लोगों ने उपरोक्त समस्याओं के निराकरण मांग करते हुए वितरण कंपनी के जिम्मेदारों को अगाह किया कि अगर जल्द उनकी समस्याओं का निदान नहीं किया गया तो उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। प्रदर्शन के दौरान नगर कांग्रेस अध्यक्ष जगत बहादुर सिंह सहित दिनेश यादव, कदीर सोनी, सौरभ शर्मा, राकेश सैनी, रूपेंद्र पटैल, मुन्ना पांडे, जतिन राज, टीकाराम कोष्टा समेत अनेक लोगों की मौजूदगी रही।