ट्रेंचिंग ग्राउंड में 150 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहे एशिया के सबसे बड़े बायो सीएनजी प्लांट का गुरुवार को नगरीय प्रशासन आयुक्त निकुंज श्रीवास्तव व निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने निरीक्षण किया।
500 टन गीले कचरे से बायो सीएनजी बनाने वाला यह प्लांट आटोमेटिक है।
निगमायुक्त ने बताया प्लांट का निर्माण करने वाली एजेंसी नगर निगम इंदौर को प्रतिवर्ष 2.50 करोड़ रुपये देगी तथा यह प्लांट रोजाना 18 हजार किलोग्राम गैस का उत्पादन करेगा। इसमें से नौ हजार किलोग्राम गैस एजेंसी निगम को बाजार दर से पांच रुपये प्रति किलोग्राम कम कीमत पर उपलब्ध करवाएगी। इस गैस का उपयोग सिटी बसों में किया जाएगा। प्लांट में 100 टन गुणवत्ता वाली कम्पोस्ट खाद का प्रतिदिन उत्पादन होगा। इसे किसानों को बेचा जाएगा। जैविक खाद के इस्तेमाल से खेतों की उर्वरक क्षमता में वृद्धि होगी।
पलसीकर कालोनी के रैन बसेरे का निरीक्षण किया – नगरीय प्रशासन आयुक्त ने पलसीकर कालोनी स्थित रैन बसेरा व यहां पंडित दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना के तहत लोगों को उपलब्ध करवाए जा रहे भोजन की प्रक्रिया का निरीक्षण किया। आयुक्त ने आश्रय स्थल पर आने वाले हितग्राहियों की जानकारी दर्ज किए जाने वाला रजिस्टर देखा। यहां भोजन कर रहे हितग्राहियों से पूछा कि आपको मिलने वाले भोजन का स्वाद कैसा। क्या आपको भोजन पर्याप्त मात्रा में मिलता है। हितग्राहियों ने व्यवस्था पर संतोष जताया। आयुक्त श्रीवास्तव ने अंत्योदय रसोई योजना के संचालक को निर्देश दिया कि हितग्राहियों के नाम के साथ उनके मोबाइल नंबर भी रजिस्टर में दर्ज किए जाएं।
पीथमपुर नगर पालिका क्षेत्र का भी निरीक्षण – प्रमुख सचिव ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 की तैयारियों के तहत पीथमपुर नगर पालिका क्षेत्र में चल रही योजनाओं व कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने पीथमपुर के ट्रेंचिंग ग्राउंड में कचरा पृथकीकरण व अलग-अलग कचरे को रखने के लिए किए पार्टिशन की व्यवस्था को देख तारीफ की और अन्य नगरीय निकायों को भी यहां की तरह व्यवस्था करवाने के लिए कहा। उन्होंने मटेरियल रिकवरी एंड फेसिलिटी सेंटर से निकलने वाले सूखे कचरे में पुन: उपयोग किए जाने वाली सामग्री को बेचने व गीले कचरे से बनने वाली खाद की बिक्री से होने वाली आय की जानकारी ली।